उरई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से मरीजों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं सस्ती में उपलब्ध कराने के लिए खोले गये जन औषधि केंद्रों पर मंहगी बाहर की दवाएं बेचीं जा रही हैं। शिकायत करने पर इनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नही की जाती।
कमीशनखोरी के चलते सरकार की सभी सुहावनी योजनाएं जनता के लिए गूलर का फूल बन कर रह गयीं हैं। ऐसी ही एक योजना है जन औषधि केंद्र जहां सस्तें में सभी मर्जों की मूल दवाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है। लेकिन जिस तरह हर योजना सरकार के नियंत्रण के अभाव में भटकने को अभिशप्त रहती हैं उसी स्थिति से जन औषधि केंद्र के संचालन की योजना दो-चार हो रही है।
इन केंद्रों पर जेनेरिक दवाओं की बजाय बाहर की दवाएं बेची जा रही हैं जो कई गुना मंहगी हैं। शिकायत करने पर बताया जाता है कि दवाइयों की उपलब्धता न होने के कारण सीएमओ ने उन्हें बाहर की दवाएं बेचने की छूट दे दी है। मरीजों में इस हरकत से रोष व्याप्त है। लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नही की जा रही है। जन संघर्ष मोर्चा के संयोजक गिरेंद्र सिंह कुशवाहा ने इस मुददे पर सीएमओ कार्यालय में शीघ्र ही धरना का आयोजन करने की चेतावनी दी है।






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