उरई। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने प्रोबेशन कार्यालय के कनिष्ठ सहायक को लापरवाही और शिथिलता में निलंबित कर दिया है जबकि बाल संरक्षण अधिकारी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने गुरुवार को प्रोबेशन कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया जिसमें बड़ी अनियमितताएं देखने को मिलीं। पत्रावलियों को दबाकर रखने की स्थिति उजागर होने पर जिलाधिकारी ने भारी नाराजगी प्रकट की और इसी में कनिष्ठ सहायक को निलंबित कर डाला। साथ ही दो आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दीं। जिलाधिकारी ने कहा कि पात्र आवेदकों को शासन की योजनाओं का लाभ उगाही के लिए रोकना गंभीर अपराध है। इस मामले में वे किसी को नही बख्शेगे। उन्होंने कहा कि प्रोबेशन कार्यालय में असहाय महिलाओं और बच्चों से संबंधित प्रकरणों को बरता जाता है। इसमें घपलेबाजी करना अमानवीयता का परिचायक है। जिलाधिकारी की कार्रवाई से प्रोबेशन विभाग के साथ-साथ अन्य कार्यालयों में भी हड़कंप मच गया।







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