उरई, 23 सितम्बर 2025: जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने विकास भवन के रानी लक्ष्मीबाई सभागार में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में बृहद वृक्षारोपण अभियान और हरिशंकरी पौधरोपण अभियान की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा की जा रही जियो-टैगिंग की स्थिति पर गहन चर्चा हुई। कुछ विभागों की प्रगति असंतोषजनक पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी जताते हुए तत्काल सुधार के निर्देश दिए।
पौधों की सुरक्षा सर्वोपरि
जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “पौधे लगाना ही काफी नहीं, उनकी सुरक्षा और संरक्षण हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।” उन्होंने ग्राम पंचायत स्तर पर पौधों की सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड लगाने को अनिवार्य बताया, ताकि पौधों का दीर्घकालिक संरक्षण सुनिश्चित हो। साथ ही, उन्होंने प्रभागीय वनाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को ट्री गार्ड सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
समय पर पोषण और देखभाल जरूरी
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को पौधों को नियमित पोषण और पानी उपलब्ध कराने के लिए कड़ाई से निर्देश दिए। उन्होंने चेतावनी दी कि देखभाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी विभागों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस अभियान को सरकार की प्राथमिकता बताते हुए सभी अधिकारियों से संवेदनशीलता के साथ कार्य करने को कहा।इन अधिकारियों ने लिया हिस्सा
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी के.के. सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी प्रदीप, डीसी मनरेगा रामेंद्र सिंह, परियोजना निदेशक अखिलेश तिवारी, जिला पंचायती राज अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद, बीएसए चंद्र प्रकाश, सहायक निबंधक सहकारिता विजय प्रकाश वर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी और खंड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
हरित भविष्य की दिशा में कदम
यह बैठक न केवल वृक्षारोपण अभियान की प्रगति को गति देने, बल्कि पौधों की सुरक्षा और देखभाल के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण साबित हुई। जिलाधिकारी के कड़े निर्देशों ने स्पष्ट कर दिया कि उरई में हरित भविष्य के लिए कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।







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