रामपुरा-उरई। ग्रामीण समुदाय में पाइप लाइन से प्राप्त जल की गुणवत्ता की जन जागरूकता हेतु परमार्थ समाज सेवी संस्थान के बैनर तले जल शोधन संयंत्र मढ़ेपुरा में जल सहेलियों द्वारा एक्सपोजर विजिट एवं जल संवाद का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्हें यमुना नदी से लिफ्ट कर गांवों में सप्लाई हेतु लिये जा रहे पानी को साफ करने की तकनीकी जानकारियों से अवगत कराया गया तथा यह भी बताया गया कि यह पीने योग्य स्वच्छ जल है इसे जानवरों को नहलाने एवं गाड़ी आदि को धोने में बर्बाद न करें बल्कि इसका प्रयोग केवल पीने के पानी के रूप में करें।
इस दौरान आयोजित जल संवाद कार्यक्रम में उपस्थित जल सहेलियों के मध्य लखनऊ से आये विशेष सचिव नमामि गंगे प्रभाष कुमार, मुख्य अभियंता (गंगा) संदीप कुमार व जालौन के अधिशासी अभियंता जल निगम अचल गुप्ता ने भी जल सहेलियों से बात की। जल सहेली किरन, संगीता व शांती देवी ने बताया कि गांवों में अभी भी लोगों में जल जीवन मिशन योजना के तहत सप्लाई किये जा रहे जल की गुणवत्ता को लेकर भ्रम है, जिस कारण वह लोग इस पानी को अभी पीने में प्रयोग न कर घर के अन्य कार्यो में इस्तेमाल कर रहे है जिस कारण पानी की बेवजह बर्बादी हो रही है।
बताया कि हम लोगों ने यहां आकर पानी के गुणवत्ता की हकीकत को जाना, समझा। अब हम लोग गांवों में एक अभियान चलाकर लोगों को समझायेंगे कि यह पानी पीने योग्य बिल्कुल स्वच्छ व शुद्ध है आप लोग इस पानी को बेफिजूल बर्बाद न कर इसे पीने में इस्तेमाल करें। साथ ही जल सहेलियों ने यह भी बताया कि हम लोग जल जीवन मिशन परियोजना के सफल क्रियान्वयन हेतु लगातार गांवों में लोगों को जागरूक कर रहे हैं समझा रहे हैं। जल सहेलियों की बात सुनने के बाद विशेष सचिव नमामि गंगे प्रभाष कुमार ने उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की तथा कहा कि जिन गांवों इस योजना के क्रियान्वयन में समस्या आ रही है वहां इन जल सहेलियों को ले जाये ये वहां जाकर लोगों एवं महिलाओं को समझाने का कार्य करेंगी।
इस दौरान जल जीवन मिशन से श्याम नारायण दुबे एवं उनका स्टाफ परमार्थ संस्था से जिला समन्वयक शिवमंगल सिंह, संतोष कुमार, अभिमन्यु, सुरजीत व जूली देवी के अलावा परियोजना क्षेत्र के गांवों से आधा सैकड़ा से अधिक जल सहेलियां उपस्थित रहीं।







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