उरई | कालपी कोतवाली क्षेत्र के छौंक गाँव में धोखाधड़ी से करोड़ों की जमीन का बैनामा कराये जाने के मामले में जांच के दौरान आरोपियों को गलत ढंग से दोषी पाए गए 2 निरीक्षकों और तत्कालीन क्षेत्राधिकारी के खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने बड़ा एक्शन लिया है | इनमें कालपी कोतवाली के वर्तमान प्रभारी निरीक्षक परमहंस तिवारी शामिल हैं जिन्हें पुलिस अधीक्षक ने निलम्बित कर दिया है |
विवरण के अनुसार छौंक निवासी महिला विद्यावती की जमीन के मामले में यह जालसाजी की गयी थी | आरोपियों ने विद्यावती के नाम से आधार कार्ड व अन्य फर्जी दस्तावेज बना कर दूसरी महिला को रजिस्ट्री दफ्तर में खडा कर दिया और उसके जरिये विद्यावती की जमीन अपने नाम करा ली जिसकी कीमत 6 करोड़ रूपये के लगभग आंकी गयी है |
इस मामले की विवेचना 2 निरीक्षकों ने की थी जिनमें परम हंस तिवारी के अलावा मोहम्मद अशरफ थे | मोहम्मद अशरफ झांसी स्थानांतरित हो चुके हैं | एस पी ने झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को उनके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए लिख दिया है |
उस समय कालपी में सी ओ रहे डॉ देवेन्द्र पचौरी की भी संलिप्तता इसमें पायी गयी है | उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा गया है |







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