उरई। 20 से अधिक मुकदमों के दुर्दमनीय आरोपी को पुलिस टीम के सामने दुस्साहस दिखाना भारी पड़ गया। उसने फायरिंग करके पीछा कर रही पुलिस टीम को पीछे खदेड़ने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने विचलित हुए बिना उसे काबू में करने के लिए जबाबी फायरिंग कर डाली जिसकी चपेट में आकर यह मौके पर ही गिर पड़ा। इसके बाद उसको गिरफ्तार कर इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया। जालौन व आटा थाना और सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में मिली इस सफलता पर गदगद पुलिस अधीक्षक डा. दुर्गेश कुमार ने अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप वर्मा और कालपी सीओ अवधेश सिंह के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर गुडवर्क में शामिल पुलिस कमान का पीठ थपथपा कर उत्साहवर्धन किया।
घायल आरोपी संदी निवासी 25 वर्षीय रामजी पटेल का क्रिमिनल रिकार्ड देखने से पता चलता है कि पुलिस की उपलब्धि कितनी महत्वपूर्ण है। रामजी पटेल के खिलाफ संगीन धाराओं में 20 मुकदमें कायम हुए जिनमें दो गैंगस्टर के मुकदमें हैं। कई बार वह पुलिस के हत्थे चढ़ा तो हिरासत में उसे सबक सिखाने में कोई कसर नही छोड़ी गयी। लेकिन रामजी इतना कटटर था कि पुलिस का कहर उसको तोड़ नही पाया और वह निरंतर बेखौफ वारदातें करके खाकी को चुनौती देता रहा। उसके खिलाफ गैंगस्टर की ताजा कार्रवाई जालौन पुलिस ने की थी जिसमें वह फरार था। उसकी घातक मंशा को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक डा. दुर्गेश कुमार ने पिछले दिनों उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करके सभी थानों को उसे पकड़ने की चुनौती कबूल करने के लिए प्रेरित किया था।
खासतौर से पुलिस अधीक्षक ने इस सिलसिले में जालौन और आटा थानों के जाबांज प्रभारियों क्रमशः अजय ब्रहम तिवारी व अजय कुमार सिंह के साथ सर्विलांस टीम को जोड़कर अघोषित रूप से संयुक्त कमान बना दी थी जिसका नतीजा बहुत जल्द सामने आ गया। इंस्पैक्टर जालौन अजय ब्रहम तिवारी को सूचना मिली कि रामजी पटेल को गोविंदम होटल के सामने से आटा की तरफ जाते देखा गया है। अजय ब्रहम तिवारी उसका पीछा करने के लिए स्वयं भी वहां पहुंचे। इसके अलावा उन्होंने आटा थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह को भी एलर्ट कर दिया। सर्विलांस टीम से उसके फोन संपर्क को ट्रेस कर बताते रहने के लिए कहा गया।
आटा थानाध्यक्ष अजय कुमार सिंह पहले से ही चैकिंग अभियान चला रहे थे। इंस्पैक्टर जालौन के संदेश के बाद वे और सतर्क हो गये। उकासा मोड़ के पास रामजी पटेल ने पुलिस को देख लिया तो मोटर साइकिल गिराकर वह पास में बने यात्री विश्रामालय में घुस गया। उसने आड़ लेकर पोजीशन लेते हुए तमंचे से पुलिस टीम पर फायर करने शुरू कर दिये। उसे भरोसा था कि पुलिस उसके इस दुस्साहस से मैदान छोड़ देगी लेकिन पुलिस टीम ने तत्काल जबाबी फायर झोकें जिसके चलते उसके पैर में गोली लग गयी। इसके बाद वह तड़पता हुआ वहीं गिर पड़ा। तब तक पुलिस टीम ने चारों ओर से घेरकर उसे हिरासत में ले लिया। उसके पास से तमंचा व 1300 रुपये नगद मिले। उसकी बिना नंबर की मोटर साइकिल भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले ली।







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