उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के कस्बे में श्री चौपरा सरकार सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित तीन दिवसीय हनुमत जयंती महोत्सव का आज सफलतापूर्वक समापन हो गया। विगत तीन दिनों (17 से 19 अक्टूबर) से चली आ रही इस धार्मिक-सांस्कृतिक यात्रा ने स्थानीय निवासियों सहित हजारों श्रद्धालुओं को रामभक्ति और लोक संगीत के रंग में रंग दिया। ट्रस्ट के सचिव अभिषेक विश्वकर्मा ने बताया कि यह आयोजन भगवान हनुमान की जयंती पर समर्पित था, जिसमें रामकथा, बुंदेली गायन, ख्याल और शास्त्रीय संगीत ने मुख्य आकर्षण का केंद्र बनाया।महोत्सव के अंतिम दिन दिन भर रामकथा का भावपूर्ण वाचन हुआ, जबकि रात्रि में सांस्कृतिक संध्या ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रामकथा व्यासों में श्रीमती अखिलेश्वरी जी, दीदी अर्चना, आचार्य तेजस, रज्जन पाण्डेय विमार, राकेश त्रिपाठी, कृष्ण चंद, इंदु तिवारी और अनुराग प्रमुख रहे। वहीं, रात्रि के कार्यक्रम में समथर (मध्य प्रदेश) से पधारे मोहम्मद इशाक और कोटरा से आए नजीर खान ने अपने ख्याल गायन से श्रोताओं को लुभाया। इन कलाकारों की प्रस्तुतियों ने हिंदू-मुस्लिम सांस्कृतिक एकता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता महंत श्री गुरु प्रसाद जी ने की, जबकि कुशल संचालन पंडित अवधेश शास्त्री ने किया। विशेष रूप से विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की जिला एवं प्रांत कार्यकारिणी के सदस्यों की उपस्थिति रही। इनमें जयदीप त्रिपाठी और जिला धर्माचार्य प्रमुख शत्रुघ्न सिंह प्रमुख थे। ट्रस्ट के सचिव श्री विश्वकर्मा ने कहा, “यह महोत्सव न केवल धार्मिक उत्साह बढ़ाने का माध्यम बना, बल्कि स्थानीय कला और परंपराओं को संरक्षित करने का प्रयास भी।”धुरट जैसे ग्रामीण क्षेत्र में ऐसे आयोजनों से सामुदायिक एकजुटता मजबूत होती है। ट्रस्ट ने आगामी वर्षों में और बड़े पैमाने पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की योजना जताई है। हनुमान जयंती की इस भव्य स्मृति को स्थानीय लोग लंबे समय तक संजोए रखेंगे।







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