कालपी, 22 अक्टूबर: गोवर्धन पर्व के पावन अवसर पर जालौन जिले के कालपी उपखंड के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) मनोज कुमार सिंह ने बुधवार को कदौरा स्थित कान्हा गौशाला में विधि-विधान के साथ गोवर्धन पूजा की। इस धार्मिक आयोजन में उन्होंने गायों की पूजा कर सभी नागरिकों की सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।
पूजा के बाद एसडीएम ने गौशाला में मौजूद मोनिया से स्नेहपूर्ण मुलाकात की, जिसने इस अवसर को सामुदायिक एकता और परंपरागत मूल्यों के प्रति सम्मान का प्रतीक बना दिया।
गोवर्धन पूजा का आयोजन
बुधवार सुबह एसडीएम मनोज कुमार सिंह कालपी के कदौरा क्षेत्र में स्थित कान्हा गौशाला पहुंचे। गौशाला परिसर में आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में उन्होंने परंपरागत रूप से गोवर्धन पूजा की। पूजा के दौरान गायों को विशेष रूप से गुड़, चना और अन्य प्रसाद अर्पित किए गए, जो भारतीय संस्कृति में गौमाता के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक है। पूजा के बाद एसडीएम ने गौशाला का निरीक्षण किया और वहां मौजूद गायों की देखभाल व गौशाला की व्यवस्थाओं की सराहना की। एसडीएम ने अपने संबोधन में कहा, “गोवर्धन पर्व हमें प्रकृति और गौमाता के प्रति अपनी जिम्मेदारी की याद दिलाता है। गाय न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।” उन्होंने सभी नागरिकों से गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय योगदान देने की अपील की।
मोनिया वृत्तियों से स्नेहिल मुलाकात
पूजा के पश्चात एसडीएम मनोज कुमार सिंह ने गौशाला में मौजूद मोनिया वृत्तियों से मुलाकात की। यह मुलाकात अत्यंत सौहार्दपूर्ण और आत्मीय रही, जिसमें उन्होंने गौसेवकों और स्थानीय समुदाय के लोगों से गौशाला की गतिविधियों, गायों की स्थिति और सामुदायिक सहभागिता के बारे में चर्चा की। इस दौरान गौशाला के कार्यकर्ताओं ने गौसेवा में आने वाली चुनौतियों और स्थानीय स्तर पर किए जा रहे प्रयासों की जानकारी साझा की। एसडीएम ने गौसेवकों के समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा, “कान्हा गौशाला जैसे स्थान न केवल गौवंश की रक्षा करते हैं, बल्कि समाज में एकता और धार्मिक मूल्यों को भी बढ़ावा देते हैं।” उन्होंने गौशाला संचालकों को हर संभव प्रशासनिक सहायता का आश्वासन भी दिया।
सामुदायिक और सांस्कृतिक महत्व
कान्हा गौशाला में आयोजित यह गोवर्धन पूजा समारोह स्थानीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर रहा। गोवर्धन पर्व, जो भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाने की स्मृति में मनाया जाता है, प्रकृति और गौमाता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का पर्व है। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक उत्साह को बढ़ाया, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में गौसेवा और सामुदायिक सहभागिता को प्रोत्साहित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्थानीय निवासियों ने एसडीएम की उपस्थिति को प्रेरणादायक बताया। एक गौसेवक, रामस्वरूप ने कहा, “एसडीएम साहब का गौशाला में आना और पूजा में शामिल होना हम सभी के लिए गर्व की बात है। इससे हमें गौसेवा के लिए और प्रेरणा मिली है।”
प्रशासन की सक्रिय भूमिका
एसडीएम मनोज कुमार सिंह की इस पहल ने प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को कम करने में मदद की। उनकी सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश दिया कि प्रशासनिक अधिकारी न केवल प्रशासनिक कार्यों तक सीमित हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं। इस आयोजन ने कालपी और कदौरा क्षेत्र में गौसेवा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी योगदान दिया।
भविष्य की योजनाएं
गौशाला संचालकों ने बताया कि वे भविष्य में और अधिक धार्मिक और सामुदायिक आयोजनों की योजना बना रहे हैं, ताकि गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को प्रेरित किया जा सके। एसडीएम ने इन प्रयासों का समर्थन करने और गौशाला के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था में सहायता का भरोसा दिलाया। यह आयोजन कालपी के कदौरा क्षेत्र में सामुदायिक एकता, धार्मिक भावना और गौसेवा के प्रति समर्पण का एक जीवंत उदाहरण बन गया। कान्हा गौशाला में गोवर्धन पूजा का यह समारोह निश्चित रूप से स्थानीय लोगों के लिए एक यादगार क्षण रहा।







Leave a comment