उरई। पुलिस के अपराध नियंत्रण के फुल प्रूफ चक्रव्यूह को भेदने का दुस्साहस अपराधियों को भारी पड़ गया। मौनी बाबा मंदिर के पीछे मंगलवार की रात महिला से अभद्रता कर उसका मंगलसूत्र छीन ले जाने वाले अराजक तत्व 12 घंटे के अंदर ही दबोच लिए गये। गिरफ्तारी के बाद हुई उनकी हालत अन्य अपराधियों को कड़ा सबक देने वाली रही। मीडिया के कैमरे में कोतवाली की हवालात से लंगड़ाते और रहम की भीख मांगते हुए निकल रहे इन अराजक तत्वों की दशा गलत मंसूबा न छोड़ पाने वाले अन्य समाज विरोधियों की कंपकंपी छुटा देने वाली साबित हो रही थी।
हाल के महीनों में पुलिस अधीक्षक डा. दुर्गेश कुमार के कटिबद्ध प्रयासों से अपराधी तत्वों का हाल बुरा हो गया है। तमाम फरार अपराधी तत्व उनकी सुरक्षित पनाहगाहों से धड़ाधड़ पकड़े जा रहे हैं। वारदात करके सुरक्षित भाग निकलना अपराधी तत्वों के लिए मुश्किल हो गया है। पुलिस इतनी चौकन्नी हो चुकी है कि इधर वारदात हुई नही कि उधर पुलिस का शिकंजा उन्हें जकड़ने के लिए सिर पर आ गया।
इतनी चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था के बावजूद जो अपराधी पुलिस की व्यवस्था को चुनौती देने का प्रयास करते हैं उन्हें एहसास हो जाता है कि वे कितनी बड़ी गलती कर बैठे हैं। बीती रात राठ रोड पर मौनी बाबा मंदिर के पीछे कौशल मार्केट में तीन नौजवान ऐसी ही चूंक कर बैठे। रात लगभग 8 बजे का समय था जब गोपाल गंज मोहल्ले की महेश्वरी देवी दूध लेने के लिए इस रास्ते से गुजरी। सूनसान माहौल में महिला को देखकर इन मनचले नौजवानों ने पहले तो उनके साथ अभद्रता की और जब वे बचाव के लिए भागने लगीं तो उनका मंगलसूत्र छीनकर तीनों फरार हो गये।
महिला द्वारा घटना की जानकारी कोतवाली में देते ही पुलिस हरकत में आ गयी। प्रभारी निरीक्षक ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। कौशल मार्केट में लगे सीसीटीवी कैमरे में तीनों अपराधियों के चेहरे कैद हो गये थे। पुलिस अधीक्षक दुर्गेश कुमार भी घटना से अवगत हुए तो उन्होंने दो टीमें बनाकर जितनी जल्दी हो सके वारदात करने वाले अराजक तत्वों को पकड़ने का निर्देश दिया।
नतीजा यह हुआ कि 12 घंटे के अंदर ही तीनों पुलिस के हत्थे चढ़ गये। कोतवाली में पहले उनकी जमकर खातिरदारी की गयी। तीनों कोतवाली की हवालात से अदालत जाने के लिए लड़खड़ाते हुए और हा-हा करते हुए बाहर निकले। अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप वर्मा ने बताया कि तीनों को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस अदालत में दरख्वास्त मूव करेगी तांकि तीनों से विस्तृत पूंछतांछ हो सके। आशंका है कि तीनो और भी संगीन वारदातों में संलिप्त रहे हैं। उनके मुंह से उनके तमाम कारनामों का खुलासा करवाया जायेगा।
बताया गया है कि तीनों आरोपी मोहल्ला इंदिरा नगर में उमा पीसीओ वाली गली में हाल में रहते हैं। इनके पूरे परिचय के बारे में पता चला है कि इनमें सत्यम उर्फ सत्येंद्र परिहार ग्राम गुढ़ा बंधौली का, सत्येंद्र परिहार ग्राम मौखरी का और संजय वर्मा झांसी जिले के मोठ थाना अंतर्गत बाबई ग्राम का रहने वाला है।







Leave a comment