उरई | मुख्य विकास अधिकारी कुमरेन्द्र कलाकर सिंह ने साफ़ चेतावनी दी है कि गांवों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन ग्राम पंचायतों में विकास कार्य ठप पड़े हैं या बहुत धीमी गति से चल रहे हैं, वहां के लापरवाह कर्मचारियों व अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
सीडीओ ने बताया कि जिले की उन ग्राम पंचायतों की सूची तैयार की जा रही है जहां मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, राज्य वित्त, पेयजल, स्वच्छता मिशन, शौचालय निर्माण, जल संचयन, खेत तालाब, सड़क-खड़ंजा-नाली जैसे महत्वपूर्ण कार्य बड़े पैमाने पर लंबित हैं। कई जगहों पर ग्राम प्रधान और सचिवों के आपसी विवाद या घोर लापरवाही के चलते योजनाएं बाधित हैं।
इन कमजोर ग्राम पंचायतों का चयन करने की जिम्मेदारी जिला पंचायत राज अधिकारी को दी गई है। सभी नौ ब्लॉकों का डाटा खंगाला जा रहा है। दो-तीन दिन में चयनित गांवों की सूची तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद सीडीओ के नेतृत्व में जिला विकास अधिकारी, परियोजना निदेशक (डीआरडीए) और डीपीआरओ की टीम स्वयं इन गांवों का दौरा करेगी और लंबित कार्यों को तेज़ी से पूरा कराएगी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा, “हमारा लक्ष्य है कि कोई भी पात्र व्यक्ति योजना के लाभ से वंचित न रहे। मनरेगा में जॉब कार्ड धारकों को तुरंत रोज़गार, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोज़गार, गरीबों को पीएम आवास, हर घर शौचालय, प्लास्टिक मुक्त गांव, पेयजल की समुचित व्यवस्था और जल संचयन के काम पूरे होंगे। जो भी अवरोध आएगा, उसे तुरंत दूर किया जाएगा।”
सीडीओ ने स्पष्ट किया कि लापरवाह कर्मचारियों की सूची बन रही है और जल्द ही उन पर सख़्त कार्रवाई की जाएगी। गांवों में विकास की गति अब रुकने नहीं दी जाएगी।







Leave a comment