उरई/जालौन। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने सोमवार को वार्ड नंबर 22 स्थित गांधी महाविद्यालय के निकट 150 मीटर लंबी एवं 5.28 लाख रुपये की लागत से बन रही सीमेंटेड सड़क का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सड़क निर्माण में गंभीर अनियमितताएँ सामने आने पर जिलाधिकारी ने तीव्र नाराजगी जताई और निर्माण कार्य तत्काल रोक देने के सख्त निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पाया कि सड़क का बेस पूरी तरह से साफ नहीं किया गया था और पुरानी मिट्टी व कचरे के ऊपर ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया था, जो निर्धारित मानकों के विपरीत है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिना मजबूत, समतल एवं साफ-सुथरे बेस के सड़क निर्माण कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे सड़क की आयु और गुणवत्ता दोनों प्रभावित होती है।
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद अधिकारियों एवं ठेकेदार को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि पहले बेस को पूरी तरह मानक के अनुरूप तैयार कराया जाए, उसकी जाँच कराने के बाद ही आगे का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि सार्वजनिक धन से होने वाले किसी भी निर्माण में गुणवत्ता के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषी अधिकारियों-ठेकेदारों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान संबंधित विभाग के अभियंता एवं ठेकेदार मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने कार्य की गुणवत्ता पर सतत निगरानी रखने के भी निर्देश दिए।







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