पुलिस कार्यालय और थाना आटा का विस्तृत अवलोकन, कई महत्वपूर्ण निर्देश जारी
उरई (जालौन), 18 दिसंबर 2025 | पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) झांसी परिक्षेत्र, आकाश कुलहरी ने बुधवार को जनपद जालौन के प्रस्तावित वार्षिक निरीक्षण के क्रम में पुलिस अधीक्षक कार्यालय की सभी शाखाओं तथा थाना आटा का विस्तृत निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने साफ-सफाई, अभिलेख रखरखाव, विवेचनाओं की स्थिति और जन शिकायतों के निस्तारण पर विशेष ध्यान दिया तथा कई कड़े निर्देश जारी किए। निरीक्षण के समय पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार सहित सभी क्षेत्राधिकारी और शाखा प्रभारी मौजूद रहे।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण
आईजी रेंज ने कार्यालय की समस्त शाखाओं—including आगंतुक कक्ष, प्रधान लिपिक, वाचक कार्यालय, आंकिक, रिकॉर्ड रूम, CCTNS, पासपोर्ट, रिट सेल, महिला हेल्प डेस्क, पत्र व्यवहार शाखा, शिकायत प्रकोष्ठ और मॉनिटरिंग सेल—का भ्रमण किया। कार्यालय की साफ-सफाई और पत्रावलियों का रखरखाव संतोषजनक पाया गया।
- लंबित पत्रावलियों में लापरवाही पर सख्त कार्रवाई: प्रधान लिपिक एसआई (एम) फूलचंद्र को लंबित पत्रावलियों के निस्तारण में लापरवाही बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
- पुलिसकर्मियों के प्रार्थना पत्रों का समयबद्ध निस्तारण, शाखा प्रभारियों को सहयोगियों के साथ मधुर व्यवहार और कार्यस्थल पर अनुकूल वातावरण बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
- अपराध रजिस्टरों की जांच के दौरान लंबित विवेचनाओं के गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध निस्तारण तथा सम्मनों की तामीला के लिए पत्राचार के निर्देश जारी किए गए।
जनसुनवाई में त्वरित निस्तारण
जनसुनवाई के दौरान आए फरियादियों की शिकायतें सुनी गईं। एक महिला संबंधी प्रकरण में पीड़िता का पक्ष सुनने के बाद संबंधित विवेचक से स्पष्टीकरण मांगा गया। विवेचना में संतोषजनक कार्रवाई न होने पर विवेचक के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए गए तथा प्रकरण महिला थाने को हस्तांतरित करने के निर्देश जारी किए गए।आईजी ने स्पष्ट कहा, “महिला संबंधी अपराधों में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”राजस्व एवं भूमि विवादों में फॉलोअप तथा एकल विंडो सिस्टम लागू करने पर भी विस्तृत चर्चा हुई। आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त प्रार्थना पत्रों की समीक्षा कर समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए गए।
थाना आटा का वार्षिक निरीक्षण
देर शाम थाना आटा का निरीक्षण किया गया। थाना कार्यालय, विवेचना कक्ष, CCTNS, IGRS, आगंतुक कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, भोजनालय, बैरक, मालखाना और शस्त्रागार आदि का विस्तार से अवलोकन किया गया। विभिन्न रजिस्टरों—including अपराध, त्योहार, चुनाव, भूमि विवाद, HS महिला उत्पीड़न, हत्या-बलवा, गुमशुदगी, पासपोर्ट, गैंगस्टर एक्ट, टॉप-10, भूमाफिया आदि—की प्रविष्टियां चेक की गईं।मुख्य निर्देश:
- थाना परिसर, कार्यालय और भोजनालय की साफ-सफाई बनाए रखें।
- शस्त्रों की नियमित सफाई, निष्प्रयोज्य दंगा नियंत्रण उपकरण बदलवाएं।
- लंबे समय से दाखिल लावारिस/जब्त वाहनों की नीलामी एवं माल निस्तारण कराएं।
- लंबित विवेचनाओं का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण और वांछित अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करें।
- सभी पुलिसकर्मी IGOT ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर प्रशिक्षण लें।
- संदिग्ध व्यक्ति/वाहन एवं अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सघन चेकिंग तथा निरंतर पैदल गश्त के निर्देश।
- साइबर क्राइम रोकथाम के लिए स्कूल, कॉलेज और गांवों में चौपाल लगाकर जागरूकता अभियान चलाएं (सिम स्वैपिंग, एटीएम फ्रॉड, UPI फ्रॉड, OLX फ्रॉड आदि पर विशेष फोकस)।
उत्साहवर्धन:
- CCTNS में बेहतर कार्य के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर दीपिका कुमारी को नकद पुरस्कार।
- भोजनालय की साफ-सफाई के लिए मेस फॉलोअर अरविंद कुमार को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इसके अलावा, थाना क्षेत्र के ग्राम प्रहरियों (चौकीदारों) से वार्ता कर उनका कुशलक्षेम जाना गया तथा सर्दी के मौसम में उन्हें कम्बल, छाता और टॉर्च वितरित किए गए। अभिसूचना तंत्र मजबूत करने के लिए बीट प्रणाली को सक्रिय करने के निर्देश दिए गए।निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर अर्चना सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।







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