उरई (जालौन)। जनपद में नहरों में ओवरफ्लो की तीन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने संबंधित उपजिलाधिकारियों एवं खंड विकास अधिकारियों से जांच कराई। प्रथम दृष्टया जांच में सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है।इस पर जिलाधिकारी ने सख्त रुख अपनाते हुए संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने नहरों के रेगुलेशन ऑर्डर के अनुपालन में सभी सहायक अभियंताओं, जूनियर इंजीनियर्स एवं राजस्व स्टाफ को नहरों के सुचारू संचालन तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नियमित पेट्रोलिंग करने के आदेश दिए।जिलाधिकारी ने बताया कि लोअर के.बी. नहर में पानी की अधिकता पाए जाने पर सहायक अभियंता प्रथम अनंत अग्रवाल द्वारा नहर का हेड खुलवाकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। हालांकि, नहरों के हेड को समय पर बंद न रखने की लापरवाही को बेहद गंभीर मानते हुए सहायक अभियंता अनंत अग्रवाल एवं जूनियर इंजीनियर सुमन के विरुद्ध निलंबन एवं कड़ी कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा गया है।जिलाधिकारी ने स्पष्ट चेतावनी दी कि नहरों के कटान से यदि किसानों की फसलों को कोई नुकसान पहुंचता है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नहरों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और किसानों के हितों की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि नहरों की निरंतर निगरानी रखी जाए तथा किसी भी अनियमितता पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।







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