उरई (जालौन)। पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) झांसी परिक्षेत्र आकाश कुलहरी द्वारा जनपद जालौन के प्रस्तावित वार्षिक निरीक्षण के द्वितीय दिवस पर रिजर्व पुलिस लाइन एवं थाना कोतवाली उरई का विस्तृत निरीक्षण किया गया।रिजर्व पुलिस लाइन निरीक्षण: निरीक्षण के दौरान परेड दल की टर्नआउट, ड्रिल, अनुशासन, समयबद्धता एवं प्रशिक्षण की गुणवत्ता का गहन परीक्षण किया गया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली प्लाटून की सराहना की गई। बलवा ड्रिल अभ्यास करने वाली टीम को उत्तम प्रविष्टि के लिए तथा प्रशिक्षक मुख्य आरक्षी नाजिस अली हाश्मी को नकद पुरस्कार प्रदान किया गया।परेड के बाद टोलीवार ड्रिल कराई गई तथा यू0पी0-112, फायर सर्विस, डॉग स्क्वॉड की टीम एवं रिक्रूट आरक्षियों से दंगा नियंत्रण उपकरणों के साथ मॉक ड्रिल कराई गई। उपकरणों की दक्षता एवं रखरखाव पर आवश्यक निर्देश दिए गए।इसके बाद कैश कार्यालय, गणना कार्यालय, गैस गोदाम, चक्की, शस्त्रागार आदि शाखाओं का निरीक्षण किया गया। अभिलेखों, सामग्री उपलब्धता, सुरक्षा व्यवस्था एवं कार्य संस्कृति की जांच कर सुधारात्मक निर्देश दिए गए।तकनीकी इकाइयों—डॉग स्क्वॉड, बम निष्क्रियकरण दस्ता, फील्ड यूनिट, रेडियो शाखा, परिवहन शाखा, जिला नियंत्रण कक्ष एवं आरटीसी का भी गहन निरीक्षण किया गया। उपकरणों की कार्यशीलता, संचार प्रणाली एवं स्टाफ तैनाती की समीक्षा की गई। कमियों पर तत्काल सुधार के निर्देश दिए गए।आईजी ने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पारदर्शिता, उच्च अनुशासन, उत्तरदायित्व एवं जनसेवा-केंद्रित कार्यप्रणाली अपनाने के निर्देश दिए।परिवार परामर्श केंद्र प्रभारी एवं टीम के साथ घरेलू विवाद प्रकरणों की समीक्षा की गई। पुलिस पेंशनर्स के साथ संवाद गोष्ठी आयोजित कर उनकी समस्याओं एवं सुझावों को सुना गया तथा उनके योगदान की सराहना की गई।थाना कोतवाली उरई निरीक्षण: आईजी ने थाने में आए फरियादियों की समस्याएं सुनीं तथा त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। जनसुनवाई में सामने आए एक प्रकरण में विवेचना में लापरवाही बरतने पर उपनिरीक्षक नरेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। उनके विरुद्ध प्रारंभिक जांच के आदेश दिए गए तथा विवेचना महिला थाने को हस्तांतरित कर दी गई।मिशन शक्ति केंद्र में तैनात महिला आरक्षी नीतू सिंह को कार्य की अच्छी जानकारी के लिए नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।थाना कार्यालय, विवेचना कक्ष, CCTNS, IGRS, आगंतुक कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, भोजनालय, बैरक, मालखाना, शस्त्रागार आदि का विस्तृत निरीक्षण किया गया। रजिस्टरों की प्रविष्टियां चेक कर महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।थाना परिसर एवं कार्यालय की सफाई, अभिलेख दुरुस्ती, शस्त्रों के रखरखाव, निष्प्रयोज्य उपकरणों की अदला-बदली, लंबित वाहनों की नीलामी आदि पर निर्देश दिए गए।बीट आरक्षियों से बीट जानकारी ली गई तथा बीट बुक में प्रविष्टि के निर्देश दिए गए। विभिन्न अपराध रजिस्टरों—अपराध रजिस्टर, त्योहार रजिस्टर, चुनाव रजिस्टर, भूमि विवाद, महिला उत्पीड़न, हत्या-बलवा, गुमशुदगी, गैंगस्टर एक्ट आदि का गहन अवलोकन कर निर्देश दिए गए।लंबित विवेचनाओं की समीक्षा कर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण एवं वांछित अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी के कड़े निर्देश दिए गए। सभी पुलिसकर्मियों को IGOT ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर प्रशिक्षण लेने को कहा गया।संदिग्ध व्यक्ति/वाहन एवं अवैध मादक पदार्थों की चेकिंग तथा पैदल गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए।ग्राम प्रहरियों (चौकीदारों) से वार्ता कर उनका कुशलक्षेम जाना गया तथा सर्दी के दृष्टिगत कम्बल, छाता, टॉर्च आदि वितरित किए गए। अभिसूचना तंत्र मजबूत करने के निर्देश दिए गए।साइबर क्राइम रोकथाम के लिए स्कूल/कॉलेज/ग्रामों में चौपाल लगाकर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए, जिसमें सिम फ्रॉड, एटीएम फ्रॉड, यूपीआई फ्रॉड, ओएलएक्स फ्रॉड आदि शामिल हैं।इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार, क्षेत्राधिकारी नगर अर्चना सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।







Leave a comment