सरकार फज़ले रहमां कॉन्फ्रेंस में गूंजे कलाम, अमन-चैन और तरक्की की दुआएं
उरई।
आजाद नगर स्थित अथाई मैदान में महान सूफी संत हजरत फजलू मियां गंजमुरादाबादी (रहमतुल्लाह अलैह) का उर्स मुबारक पूरी अकीदत, श्रद्धा और धार्मिक उल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर आयोजित सरकार फज़ले रहमां कॉन्फ्रेंस में दूर-दराज से आए उलमा-ए-किराम, कारी और शायरों ने अपने कलाम और मनकबतों के माध्यम से सूफी परंपरा, इंसानियत, भाईचारे और प्रेम का संदेश दिया। कार्यक्रम के दौरान देश में अमन-चैन, आपसी सौहार्द और तरक्की के लिए विशेष दुआएं मांगी गईं।
सूफियाना कलाम से महका कॉन्फ्रेंस पंडाल
कांफ्रेंस की अध्यक्षता काजी-ए-शहर शकील बेग रहमानी ने की। इस अवसर पर धर्मगुरु मारूफुर्रहमान उर्फ मारूफ मियां ने अपने भावपूर्ण संबोधन में कहा—
“दुनिया के सब हसीनों को देखा व चश्म-ए-गौर,
अब किसको देखना है, तुम्हें देखने के बाद।”
उन्होंने कहा कि बाबा फज़ले रहमां ऐसे महकते फूल थे, जिनकी खुशबू हर मजहब और हर समाज के व्यक्ति ने महसूस की है। उनका जीवन प्रेम, त्याग और सेवा की मिसाल है।
शायरी और मनकबतों से सजी महफिल
इससे पूर्व मौलाना अब्दुल कय्यूम जेतपुर ने भोले मियां गंजमुरादाबादी की शायरी पढ़ते हुए कहा—
“कहां आशिक, कहां वो नूरी निस्बत फज़ले रहमां की,
मुकद्दर था मिली मुझको चौखट फज़ले रहमां की।”
कारी शमशुल कमर ने अपने कलाम में कहा—
“दिल में नक्शा है फज़ले रहमां का,
सर भी सैदा है फज़ले रहमां का।
सर के बल आओ मारीफत वालों,
फैज़ बंटता है फज़ले रहमां का।”
शाही इमाम फिरोज अली रहमानी ने मनकबत पेश करते हुए कहा—
“हुई जिससे करामतें लाखों,
ऐसा रुतबा है फज़ले रहमां का।
जिसने सैकड़ों वली बना डाले,
ऐसा रुतबा है फज़ले रहमां का।”
उलमा और शायरों ने बांधा समां
कॉन्फ्रेंस में कारी मेराज रहमानी, कारी शाहरुख अजहरी, शायर दिलशाद बरकाती, हाफिज अमन, शायर शबीउद्दीन, अफजल चिश्ती और अनस रजा ने भी एक से बढ़कर एक मनकबत और कलाम पेश कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया।
उलमा-ए-किराम का गर्मजोशी से स्वागत
कार्यक्रम में पधारे सभी उलमा-ए-किराम का फैज़ाने फज़ले रहमां कमेटी के अध्यक्ष बाबुल रहमानी ने फूलमालाएं पहनाकर गर्मजोशी से स्वागत किया और आयोजन में सहयोग देने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
कुल शरीफ में उमड़ा अकीदतमंदों का सैलाब
शाम लगभग 5:30 बजे हजरत फजलू मियां मुरादाबादी (रह.अलैह) का कुल शरीफ अदा किया गया। कुल शरीफ में बड़ी संख्या में मुरीदों और अकीदतमंदों ने शिरकत कर मुल्क में अमन-चैन, भाईचारे और तरक्की के लिए दुआएं मांगीं। आयोजन स्थल पर मेहमानों और अकीदतमंदों के लिए लंगर (भोजन-पानी) की भी व्यापक व्यवस्था की गई थी।
ये रहे प्रमुख रूप से मौजूद
इस अवसर पर अध्यक्ष बाबुल बेग रहमानी, शफकत उल्ला, शानू शेख रहमानी, बादशाह चश्मे वाले, आशिफ रहमानी, दानिश अली, सलमान बेग, हाशिम रजा, इंतखाब खान, आतिफ मिर्जा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।







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