उरई | स्त्री शक्ति की परिचायक वीरांगना लक्ष्मीबाई जयंती के शुभ अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उरई के द्वारा दयानन्द वैदिक कॉलेज, उरई में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सुश्री नेहा व्याडवाल (आईएएस) उप-जिलाधिकारी, कार्यक्रम के अध्यक्ष के बतौर कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर राजेश चंद्र पांडेय, विशिष्ट अतिथि के रूप में IQAC संयोजिका प्रोफेसर अलका रानी पुरवार तथा अभाविप कानपुर प्रांत के सह-मंत्री चित्रांशु सिंह की उपस्थिति रही। कार्यक्रम संचालिका डॉ. माधुरी रावत के द्वारा मां सरस्वती, स्त्री शक्ति की प्रतीक रानी लक्ष्मीबाई एवं युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ किया गया ।
प्राचार्य प्रोफेसर राजेश चंद्र पांडेय जी ने वीरांगना को नमन करते हुए उन्हें सबका प्रेरणा स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि रानी लक्ष्मीबाई का व्यक्तित्व बहुत बड़ा है। मुख्य अतिथि सुश्री नेहा व्याडवाल ने रानी लक्ष्मी बाई के शौर्य को प्रत्येक छात्रा के लिए अनुकरणीय बताया। उन्होंने बताया कि उनका व्यतित्व विपरीत से विपरीत परिस्थिति में अपने अधिकारों के लिए लड़ना सिखाता है। उन्होंने बताया कि वह राजस्थान के जिस जिले से आती है वहां पहले लड़कियों की शिक्षा पर उतना जोर नहीं दिया जाता था लेकिन अब बदलाव हो रहा है और किसी भी परिस्थिति में शिक्षा का साथ न छोड़ने के लिए नेहा जी ने सभी छात्राओं को प्रेरित किया।
IQAC संयोजिका प्रोफेसर अलका रानी पुरवार ने बताया कि रानी लक्ष्मीबाई के जीवन में घटित घटनाएं उन्हें वीरांगना बनाती हैं । उन्होंने कहा कि स्त्री को तितली नहीं बनना है उसे मधुमक्खी बनना है वह शहद का निर्माण करे साथ ही उसके पास पंख और डंक दोनों होने चाहिए।
अभाविप कानपुर प्रांत के सह-मंत्री चित्रांशु सिंह ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अभाविप मुंबई इकाई के द्वारा मिशन साहसी की शुरुआत और उसकी सफलता के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का मिशन शक्ति कार्यक्रम मिशन साहसी से प्रेरित है।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय विमेन सेल के साथ ही मिशन शक्ति की भी सहभागिता रही। इस अवसर पर अभाविप के विभाग संगठन मंत्री सौरभ जी, विभाग प्रमुख डॉ नमो नारायण , विभाग संयोजक अभय दुबे, नगर अध्य्क्ष डॉ सुरेंद्र यादव , कार्तिक पालीवाल, नगर सहमंत्री अमन बुधौलिया, नितिन तिवारी, आलोक , DVC के प्राध्यापक गण डॉ. वर्षा राहुल, डॉ. नमो नारायण, डॉ. श्रवण त्रिपाठी, डॉ. मनोज के साथ महाविद्यालय के अन्य प्राध्यापक और बड़ी संख्या में छात्राएं और छात्र उपस्थिति रहे।