जालौन –उरई | ब्लाक क्षेत्र के सबसे बड़े गाँव सहाव में पंचायती राज पंगु होने से समस्यायों का अम्बार लगा हुआ है | सफाई व्यवस्था चौपट है , तालाब सुखा पडा है , पुलियां टूटी हैं | शिकायतों के वाबजूद अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है |
गाँव के निवासी अनिल और रविन्द्र ने बताया कि 4500 की आबादी वाले 15 वार्डों में विभक्त उनके गाँव में सफाई का जिम्मा मात्र एक कर्मचारी के कंधे पर है जिससे गाँव की स्थिति नारकीय हो गयी है | नालियां गन्दगी से अटी पडी हैं और जगह जगह कूड़े का अम्बार लग गया है | सुचारू सफाई के लिए कम से कम 4 सफाई कर्मी चाहिए जिसके लिए ग्रामीण कई बार गुहार लगा चुके हैं | पर कोई सुनवाई नहीं की जा रही है |
बबलू और प्रशांत त्रिपाठी ने बताया कि .पंचायत सचिव जितेन्द्र पटेल गाँव आते नहीं है जिससे सारी व्यवस्थाएं लावारिस जैसी हालत में पहुँच चुकी हैं | ग्राम पंचायत की बैठके कराने की खानापूर्त कागजों में कर ली जाती है | समाजसेवी संजय चतुर्वेदी ने बताया कि तालाब सूखा पडा है जिसके कारण बेजुबान पशु प्यास से तड़पते हुए दम तोड़ रहे हैं | कुलदीप दीक्षित , विनय दुबे ,अभिमन्यु. अयूब खान , ज्ञान सिंह परिहार , पिंटू और अकील खान ने बताया कि गाँव में 4 पुलिया टूटी पडी हैं जिससे लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती हैं |
राजू और तुलसीराम ने बताया कि गाँव की समस्यायों को ले कर ग्रामीणों द्वारा अभी तक 20 से अधिक बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर जानकारी भेजी जा चुकी है लेकिन स्थानीय अधिकारियों के पास जांच आती है तो लीपापोती करके पल्ला झाड लिया जाता है |