उरई | मरगाया, अलीपुर, हाँसा, उदनपुर आदि ग्रामों के स्कूलों में यूनोप्स के द्वारा आयाजित जल उत्सव कार्यक्रम में जल जीवन मिशन के सलाहकार देवेन्द्र गांधी ने बताया कि जल प्रबंधन में छात्र छात्राओं की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने वर्षा जल चक्र को खेल के माध्यम से समझाया। उन्होंने कहा कि जल का हमें सम्मान करना है, पानी का विवेकपूर्ण उपयोग करें । पानी रिचार्ज के लिए विभिन्न जल संरचनाएं बनवाने का प्रयास करें। वही पानी केपुनः उपयोग की आदतों को बढ़ावा दें।
जल स्रोतो के स्थायित्व व वाटर कंजर्वेशन के लिये जागरूकता जरूरी है। इस दौरान शिक्षक, शिक्षिकाओं, छात्र, छात्राओ, ऑगनबाडी कार्यकत्रियों सहित ग्रामीणजन उपस्थित रहें।
एस आर के विद्यालय उदनपर, पूर्व माध्यमिक विद्यालय मरगाया, अलीपुर और हांसा विद्यालय के प्रधानाध्यापकों ने उपस्थित छात्र छात्राओ को जल शपथ दिलाते हुए कहा कि पानी को बचाते हुए जल संरक्षण के महत्व को समझें और परिवार में इस मुद्दे पर बातचीत करें। पानी की हिफाजत सभी को मिलकर करना है। जागरूक बने और जिम्मेदार बनें। सभी मिलकर पानी को बचाये और अपने व्यवहार में बदलाव लाये।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय मरगाया में आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, खेल प्रतियोगिता और पेड़ लगाने वाले विजयी छात्र छात्राओं को इनाम देकर प्रोत्साहित किया गया।
इस दौरान सभी प्रतिभागियों ने जल शपथ ली,, पेयजल स्रोतों में रक्षासूत्र बांधकर जल सुरक्षा का संकल्प लिया।
यूनोप्स के जिला सलाहकार देवेन्द्र गॉधी ने बताया कि यूनोप्स द्वारा जनपद जालौन के कदौरा विकासखण्ड क्षेत्र के कक्षा 5 से लेकर कक्षा 12 तक के सभी अध्ययनरत छात्र छात्राओ को जल सुरक्षा, जल प्रबन्धन, पेयजल स्रोतों के स्थायित्व, जलसरंक्षण एवं संवर्धन में सामुदायिक भागीदारी व व्यवहार बदलाव के लिये जल उत्सव केम्पेन का आयोजन किया जा रहा है।ंनीति आयोग, राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के निर्देश पर जिलाधिकारी, अपरजिलाधिकारी, अधिशासी अभियंता जल निगम ग्रामीण की अगुवाई में जल उत्सव कैम्पेन आयोजित हो रहा है। इसके तहत कदौरा विकासखण्ड के सभी स्कूलों , कालेजों , छात्र छात्राओं को पानी के मुददों पर जानकारी, जागरूकता और जनभागीदारी हेतु प्रयास किए जा रहे है।