उरई। कैश नहीं आने से बैंक खाताधारकों को दो हजार रुपये का भुगतान भी नहीं कर पा रहीं हैं। एटीएम भी 80 फीसदी ठप हैं। जिसके चलते लोग परेशान हैं। सबसे बुरी स्थिति ग्रामीण बैंकों की है। शुरू से ही ग्रामीण बैंकों में बेहद कम कैश दिया जा रहा था। अब तो हालत यह है कि ग्रामीण बैंकों द्वारा खाता धारकों को एक-एक हजार रुपये का भुगतान भी नहीं कर पा रहीं हैं। कई शाखाओं में लाइन में लगने के लिए भी एक दिन पहले टोकन हासिल करना पड़ता था। टोकन हासिल करने के बाद अगले दिन पैसा मिल जाएगा, इसका भी कोई भरोसा नहीं। रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार को बैंक खुलीं तो कैश लेने के लिए बड़ी संख्या में सुबह से ही लोग लाइन में लग गये। परंतु जब भुगतान नहीं मिला तो उनका सब्र जबाव दे गया।
एट में इलाहबाद यूपी ग्रामीण बैंक शाखा के सामने सैकड़ों की संख्या में लोग निकासी फार्म भरने के लिये खड़े थे। परंतु बैंक ने कैश न होने की सूचना बैंक के बाहर चस्पा कर दी। इसके बाद लोग भड़क गये और राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगा दिया। हालात बिगड़ते जा रहे थे। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाली। प्रदर्शन कर रहे लोगों में तमाम ऐसे थे जो कई दिन से आ रहे हैं और उन्हें कैश नहीं मिल रहा। इसी तरह की स्थिति जालौन रोड पर कुकरगांव में रही। कैश नहीं होने की वजह से यहां भी बैंक द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा था। जिसके चलते लोग आक्रोशित हो गये और जालौन रोड पर जाम लगा दिया। सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा काटा। बाद में कोतवाली से फोर्स मौके पर पहुंच गया और भीड़ पर नियंत्रण किया। महेबा, दमरास, माधौगढ़, रामपुरा समेत सभी जगहों पर क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों में यही स्थिति देखने को मिली। जिले में यूपी इलाहाबाद ग्रामीण बैंक की 52 शाखाएं हैं। सभी शाखाओं में कैश की किल्लत बरकरार है।






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