उरई : जालौन को-आपरेटिव बैंक (जेडीसी) में करीब डेढ़ सौ लॉकर चालीस साल से बंद हैं। जिन लोगों के नाम से ये लॉकर आवंटित हैं उनके घर रजिस्ट्री भेजी जाती है तो पता गलत होने की वजह से वापस लौट आती है। इससे संदेह है कि लॉकर अजनबियों के नाम से खुले हैं। जेडीसी बैंक में सोमवार को संचालक मंडल की बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि कानूनी प्रक्रिया से इन लॉकरों को खुलवाने की कार्रवाई की जाएगी।
जालौन को-आपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा में डेढ़ से ज्यादा लॉकर ऐसे हैं जो कई दशक से नहीं खुले हैं। लॉकर में कैश या जेवर रखे हैं या फिर वे खाली हैं इसको लेकर भी कोई रिकार्ड नहीं हैं। जिन लोगों के नाम लॉकर आवंटित हैं उनके यहां पत्राचार भी किया गया परंतु किसी ने बैंक में संपर्क नहीं किया। लॉकर बंद होने की वजह से बैंक के किराये का भी नुकसान हो रहा है। सोमवार को इसको लेकर बैंक में बैठक हुई। जिसमें निर्णय लिया गया कि कोर्ट में आवेदन कर लॉकर खुलवाने की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जाए। लोक अदालत में इसके लिये आवेदन किया जाएगा। बैठक के दौरान उपाध्यक्ष महेश दाऊ, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल ¨सह यादव, श्याम यादव, धीरेंद्र ¨सह धीरू, शिवदास श्रीवास समेत बैंक के मैनेजर एवं प्रबंधक मौजूद रहे।






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