उरई। मप्र के मंदसौर जिले में कर्ज माफी व फसल के उचित मूल्य की मांग को लेकर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे किसानों पर गोलीबारी तथा आधा दर्जन किसानों की मौत को लेकर उरई के घंटाघर चौराहे से मोदी-योगी का पुतला फूंकने पहुंचे कांग्रेसियों की पुलिस से झड़पें हुयी जिसके चलते कांग्रेसियों की पुतला फूूंकने की मंशा धरी रह गयी।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौधरी श्याम सुंदर, शहर अध्यक्ष डा. रेहान सिद्दीकी ने मप्र के मंदसौर में किसानों के संहार की घटना को लेकर शुक्रवार को पूर्वान्ह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंकने का ऐलान किया था। हालांकि दोपहर 11.30 बजे तक कांग्रेसी घंटाघर चौराहे तक पहुंच पाये लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया था। जहां कांग्रेसियों ने नरेंद्र मोदी-योगी आदित्यनाथ एवं शिवराज सिंह चौहान मुर्दाबाद के जोरदार नारे लगाये लेकिन कांग्रेसियों की भीड़ न जुटने के कारण करीब एक घंटे तक मोदी-योगी के पुतलों का इंतजार करते रहे। इसके पहले कांग्रेसियों ने घंटाघर चौराहे पर नारेबाजी कर जाम लगा दिया। जानकारी मिलने पर शहर कोतवाल देवेंद्र द्विवेदी ने हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गये जिन्होंने जाम लगाये कांग्रेसियों को हटाया। जिससे कांग्रेसी उत्तेजित हो गये। उन्होंने पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिये। इसी दौरान कुछ पार्टी कार्यकर्ता जैसे ही पुतले लेकर चौराहे पर पहुंचे वैसे ही पहले से मुस्तैद पुलिस कर्मी मोदी-योगी के पुतले पर झपट पड़े। इस दौरान कांग्रेसियों एवं पुलिस कर्मियों के बीच पुतला छीनने को लेकर जमकर धक्का-मुक्की और छीना झपटी हुयी और अंत में पुलिस कर्मी कांग्रसियों के हाथों से पुतला छीनने में सफल हो गये। इस दौरान मुट्ठी भर कांग्रेसियों ने पुलिस विरोधी नारेबाजी करते हुये जमकर ड्रामा किया। तब पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने का अल्टीमेटम दिया इस पर कांग्रेसी नारेबाजी करते हुये कोतवाली पहुंचे। कुल मिलाकर योगी-मोदी का पुतला फूंकने आये मुट्ठी भर कांग्रेसी पुलिस के सामने असहाय नजर आये। इस दौरान वरिष्ठ नेता रामकुमार दीवौलिया, सत्यपाल शर्मा, अयूब अंसारी, केके गहोई, अनुज मिश्रा, गुलाब खान, सीताराम वर्मा, संतोष ठाकुर, करन सिंह श्रीवास, चंद्रशेखर वर्मा, धीरेंद्र शुक्ला, राजीव नारायण मिश्रा सहित अनेकों पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।






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