
उरई। योगी सरकार की उम्मीदों को जिले के अधिकारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। जनता की समस्याओं के निराकरण को लेकर तहसील दिवस का आयोजन किया जाता है और सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनमें आई शिकायतों को खुद सीएम संज्ञान में लेते हैं, लेकिन जनपद के अधिकारी तहसील दिवस के आयोजन को मजाक समझे हुए हैं। हद तो तब हो गई, जब जिले के मुखिया के सामने ही उनके अधीनस्थ व्हाट्सएप पर गेम खेलते नजर आए। यह पहला मामला नहीं हैं, इसके पहले भी कोंच में आयोजित तहसील दिवस में आधा दर्जन अधिकारी जनता की समस्याओं को सुनने के बजाए व्हाट्सएप के रोग में रंगे नजर आए। जिसको भी जनसंदेश टाइम्स ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
उरई के तहसील सभागार में तहसील दिवस का आयोजन डीएम एनएस पांडेय की अध्यक्षता में किया गया। इसमें डीएम एनएस पांडेय के सामने बिजली, पानी और सडक़ की समस्या सामने आई। वहीं, वृद्धावस्था पेंशन की समस्या भी रखी गई। डीएम ने मौके पर दो शिकायतों का निस्तारण किया। जहां एक ओर डीएम शिकायतों को सुन रहे थे तो वहीं, अधीनस्थ अधिशाषी अभियंता पीड ब्लयूडी प्रथम पीएन श्रीवास्तव व्हाट्सएप खेलते नजर आए। वहीं, कोंच संवाददाता के अनुसार तहसील दिवस में एक शिकायत का निवारण किया गया। अधिकारियों ने कहा कि शिकायतों के समाधान में हीलाहवाली किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कालपी प्रतिनिधि के अनुसार तहसील दिवस में दो शिकायतें आईं। वहीं, बुजुर्ग महिला, पुरुषों ने वृृद्धावस्था पेंशन का मामला भी सामने रखा और कहा कि उनकी पेंशन पिछले कुछ महीनों से बंद पड़ी हुई है।






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