उरई। रक्षाबंधन के दिन संदिग्ध हालत में मृत हुई महिला के भाई की शिकायत पर पुलिस ने उसके पति को आखिर आज आत्महत्या के लिए बाध्य करने और सबूत गायब करने की धाराओं में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। हालांकि मृतका का भाई इसे अवैध संबंधों के चलते हत्या का मामला बता रहा है। उधर मृतका का शव बरामद नही हो सका है। पुलिस ने यमुना में जाल डलवाया है तांकि शव को खोजा जा सके। कुठौंद थाने के बिजुआपुर में रक्षा बंधन के दिन अनार कली (50वर्ष) की आत्महत्या की खबर पुलिस को दी गई थी। लेकिन यमुना नदी के उस पार के औरैया जिले के थाना अयाना अंतर्गत खेड़ाडाड़ा गांव निवासी देशराज ने अगले दिन थाने में तहरीर दी कि उसके बहनोई कैलाश निषाद के बाहर रह रहे अपने बेटे की पत्नी से संबंध थे। जिसकी वजह से उसने अनारकली की हत्या कर उसका शव बोरे में बंद करके यमुना में बहा दिया। देशराज ने पुलिस को बताया कि कैलाश की चरित्रहीनता और नशेबाजी से दुखी होकर उसकी बहन मायके में रहने के लिए आ गई थी। गत महीने कैलाश ने पंचायत जोड़ी जिसमें वायदा किया कि वह आगे से कोई गलत हरकत नही करेगा और इस भरोसे पर उसकी बहन अनारकली की विदा करा लाया। फिर भी अनारकली ने अपनी बेटी ममता उर्फ सुखा को अपने पास बुला लिया तांकि कैलाश को काबू में रख सके। लेकिन रक्षाबंधन के दिन अनारकली ने अपनी पति और बहू को फिर आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया जिससे कलह मच गई। नशे में होने के कारण कैलाश इस दौरान खूंखार हो गया और उसने अनारकली की हत्या कर उसके शव के टुकडे करके बोरे में भर लिये जिन्हें रात में वह यमुना में फेंक आया। इस मंजर से आतंकित होकर ममता बिना किसी को बताये गुपचुप अपने ससुराल लौट गई। देशराज का कहना है कि यमुना जाने के रास्ते में एक जगह बिजली की रोशनी थी जिसे बुझाने के लिए कैलाश ने उसके कनेक्शन का तार काट दिया था। शनिवार को देर शाम जालौन सर्किल के पुलिस उपाधीक्षक संजय शर्मा ने भी बिजुआपुर जाकर इस मामले में छानबीन की। इस बीच पुलिस ने दावा किया कि अनारकली की हत्या नही की गई थी। पति के जुल्मों से तंग आकर उसने स्वयं ही दुपटटे से गला घोट जीवनलीला समाप्त कर ली थी। पुलिस ने आत्महत्या में प्रयुक्त अनारकली के दुपटटे को भी बरामद कर लेने का दावा किया है।






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