उरई। महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के बैनर तले आज सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं ने जुलूस प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को भेजे आठ सूत्रीय ज्ञापन में मानदेय प्रति माह 18 हजार कर गरीबी की बेड़ियों से निजात दिलाने की मांग की है।
महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश संगठन मंत्री अनीसा खातून, शकुन्तला पटेल, रानी देवी, रेशमा खातून, रेखा अवस्थी, सरस्वती, मिथलेश, कमलेश, मीरा, रामजानकी, कल्पना, अशोककुमारी, छुन्नी देवी, अर्चना देवी जोल्हूपुर, उमंग पाल काशीरामपुर, शशि प्रभा छौंक, आशा गौर तिरही, श्रीदेवी गुलौली आदि तमाम कार्यकत्रियों ने शहर के मुख्यमार्ग से जिलाधिकारी कार्यालय तक हंगामी जुलूस निकाला। बाद में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्टेªट को सौपा। ज्ञापन में कहा गया है कि प्रदेश सरकार ने 90 दिन में उनकी मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया था इसलिए अब उनकी मांगों का निस्तारण किया जाएगा।
ज्ञापन में मांग की गई है कि आंगनबाड़ी कर्मचारी को सरकारी कर्मचारी घोषित कर कार्यकत्री को 18 हजार और सहायिका को 9 हजार रुपये मानदेय प्रतिमाह दिया जाए। अवकाश प्राप्त तथा त्यागपत्र की दशा में सरकारी विभागों में कार्यरत महिलाओं के समान सुविधाएं दी जाए। चिकित्सा पानी, इलाज हेतु भर्ती महिलाओं को पूरा मानदेय दिया जाए। मुख्य सेविका के रिक्त स्थानों की पूर्ति कार्यकत्रियों से वरिष्ठता के आधार पर की जाए। कार्यकत्री एवं सहायिकाओं को प्राथमिक पाठशालाओं में समायोजन छूट तथा कोटा निर्धारण में पूरी सुनिश्चिता बरती जाए। कार्यकत्रियों की अन्य विभाग,बीएलओ, जनगणना आदि में ड्यूटी न लगाई जाए। पांच व दस वर्ष से जमे सीडीपीओ व बाबूओं को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए आंगनबाड़ी कर्मचारियों की समस्या का निस्तारण किया जाए।




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