उरई। निर्माण कार्यों में पालिका की ओर से आईएसओ प्रमाण पत्र मांगे जाने से ठेकेदारों में नाराजगी का आलम है। इसी को लेकर ठेकेदारों ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन एडीएम न्यायिक गुलाब चंद्र को देकर आईएसओ प्रमाण पत्र न लगाए जाने की मांग की।
बुधवार को ठेकेदार आशीष कुमार, हरिओम द्विवेदी, अरविंद दुबे, संदीप अग्निहोत्री, शीलू, अजय कुमार, उपेंद्र यादव, भान सिंह आदि ने कलक्टेकृट पहुंचकर डीएम डा. मन्नान अख्तर के नाम एडीएम को ज्ञापन सौंपा। इसमे ंकहा गया कि नगर पालिका में वह सभी पंजीकृत ठेकेदार हैं। हाल ही में निर्माण कार्यों में आईएसओ प्रमाण पत्र लगाए जाने का नियम बना दिया गया हैं, जो ठेकेदारों के हित में नहीं हैं। जबकि पीडब्लयूडी व आरईएस समेत अन्य विभागों द्वारा आईएसओ प्रमाण पत्र नहीं मांगा जाता हैं। ठेकेदारों ने मांग की है कि आईएसओ का प्रमाण पत्र पर रोक लगाई जाए।
बोले जिम्मेदार
आईएसओ है जरुरी
(1) जो ठेकेदार नगर पालिका में पंजीकृत हैं और वह निर्माण कार्य करा रहे हैं तो उन्हें आईएसओ प्रमाण पत्र लगाना होगा। शासन की मंशानुसार ठेकेदारों को काम करना होगा, तभी उसे पालिका की ओर से काम मिल पाएगा। जो ठेकेदार आईएसओ प्रमाण पत्र नहीं लगाएंगे, उन्हे काम नहीं मिलेगा। ……….गुलाब चंद्र (एडीएम न्यायिक)
(2) अमृत योजना के तहत कराए जाने वाले कार्यों में शासनादेश के तहत जो नियम व शर्तें हैं, उनका ठेकेदारों को पालन करना होगा। जो ठेकेदार गाइड लाइन के अनुसार काम नहीं करेंगे, उनको निर्माण कार्यों व अन्य कामों को नहीं दिया जाएगा।………रविंद्र कुमार (ईओ, नगर पालिका, उरई)






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