
माधौगढ़-उरई । अध्यापक रणधीर सिंह के युवा पुत्र स्व. स्वतन्त्र प्रताप सिंह (पिंटू) की सातवीं पुण्यतिथि बुधवार को उन्हें बहुत शिद्दत से याद किया गया । बताते चलें कि पिंटू का अल्पायु में ही आज के दिन मार्ग दुर्घटना में स्वर्गारोहण हो गया था।
‘‘यह नीड मनोहर कृतियों का, यह विश्वकर्म रंग-स्थल है प्रसिद्ध काव्य-ग्रन्थ ‘‘कामायनी ’’ के आईने में सात वर्ष बीतने के बाद भी फिर भी मन और नयन उमड़-घुमड़ बरस-बरस रह-रह कर याद तुम्हें करते हैं के साथ सभी परिवारी जनों ने स्व. स्वतन्त्र प्रताप सिंह (पिंटू) को याद कर उनकी आत्मशांति की ईश्वर से प्रार्थना की। परिवारी जनों में पिता रणधीर सिंह माधौगढ़, जालौन,एवं बहन-भाई- प्रियंका सिंह, प्रतीक्षा सिंह, महिमा, शिवेंद्र प्रताप, भांजा अर्पित, सानिध्य चौहान प्रति वर्ष ब्राह्मण भोजन आदि करा कर पुण्यतिथि का आयोजन करते हैं ताकि पिंटू की स्मृति को आजार अमर रख सकें \






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