उरई। भाजपा ने चौथे चरण के चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची अभी तक जारी नही की है जिसकी वजह से सांसद भानु प्रताप वर्मा की उम्मीदवारी पर अटकलों में लगातार ग्रहण लगाया जा रहा है।
खबरें गर्म हैं कि पार्टी हाईकमान निकम्मेपन की वजह से भानु प्रताप वर्मा को मौका नही देना चाहता और उनकी जगह दूसरे चेहरे को मैदान में उतारने का विचार कर रहा है तांकि उसे एन्टी इन्कोम्बेंसी से सुरक्षा मिल सके, इसके लिए विकल्प प्रस्तुत किये गये लेकिन पार्टी हाईकमान के स्तर पर यह स्पष्ट कर दिया गया है कि उम्मीदवार कोरी विरादरी से ही बनाया जायेगा। गैर पार्टी के एक तेज तर्रार पूर्व सांसद का नाम भानु वर्मा के विकल्प के तौर पर काफी आगे बढ़ गया था पर विधायकों द्वारा सामूहिक रूप से लिखित विरोध के चलते उनका मामला खटाई में पड़ गया है।
पार्टी नेतृत्व उत्तर प्रदेश के प्रभारी बनाये गये मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा की रिपोर्ट को महत्व दे रहा है। जिन्होंने भानु प्रताप वर्मा की कार्यशैली के प्रति जनमानस में जबर्दस्त रोष से हाईकमान को अवगत करा दिया है। इंटैलीजेंस एजेंसियों की भी रिपोर्ट पर गौर किया गया है। हालांकि इंटैलीजेंस एजेंसियों ने जहां सांसद भानु प्रताप वर्मा के विरुद्ध तीव्र जनअसंतोष की पुष्टि की है वहीं विधायकों की बदनाम छवि का हवाला देने में भी चूंक नही की है।
इंटैलीजेंस एजेंसियों ने रिपोर्ट में उजागर किया है कि विधायकों द्वारा थानों और सरकारी विभागों से वसूली उनके क्षेत्र में जगजाहिर है। इसके अलावा वे अपने परिजनों की अनैतिक कारगुजारियों को बढ़ावा दे रहें हैं और लालच की वजह से बदनाम तत्वों को हमजोली बनाने में संकोच नही कर रहे। इन कारनामों से उनकी तो फजीहत हो ही रही है भारतीय जनता पार्टी के ग्राफ में भी गिरावट आ रही है।
इन रिपोर्टो ने भाजपा हाईकमान की पेशानी पर बल ला दिया है। विचार यहां तक है कि इस संसदीय क्षेत्र के विधायकों को दूसरे राज्यों में प्रचार के लिए भेज दिया जाये तांकि चुनाव में उनकी शक्ल मतदाताओं को देखने को न मिले।
इस संसदीय क्षेत्र में प्रत्याशी चयन में बड़ी भूमिका परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह निभा सकते हैं। हालांकि वे मध्य प्रदेश के प्रभारी होने के नाते कई सप्ताह से यहां से अंर्तध्यान हैं। जिससे हाईकमान की निगाह में उन्हें तटस्थ माना जा रहा है। लेकिन आखिरी में उन्हीं की एक राय वीटो की तरह भाजपा हाईकमान के स्तर पर संज्ञान में ली जा सकती है।






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