उरई। रमजान का पाक महीना इस बार कोरोना के साये में गुजरेगा। इस कारण अकीदतमन्दों के लिए नयी तरह की चुनौतियां दरपेश है। फिर भी आस्था के इस बडे़ इम्तिहान में उनका हौसला खुदा पर सब कुछ न्यौछावर करने के जज्बे के साथ बुलन्द है।
प्रशासन की कोरोना से बचाव के लिए जारी हिदायतों के पूरी तरह पालन का भरोसा सारे स्थानीय इमाम और मौलाना दे चुके है। कोतवाल शिवगोपाल वर्मा उनके सहयोग से गदगद है। उन्होंने कहा कि इससे कोरोना की नाकेबन्दी रखने में बहुत सहूलियत मिलेगी।
एक मौलाना ने कहा कि रमजान के तौर-तरीकों में बदलाव की मजबूरी शायद खुदा की ही मर्जी के मुताबिक है। लेकिन इस पवित्र महीने की मूल मावना बरकरार रखी जायेगी। यह इबादत का महीना है। इसका मुख्य उददेश्य यह है कि लोग संासरिक भटकाव की बातों से दूरी बनाने की आदत पाले। लाॅक डाउन में इससे बड़ी सहुलियत होगी। रोजदार घर में रहकर कुरान का पाठ पूरा करने के साथ -साथ उसके अमल के बारे मंे भी पहले से ज्यादा सचेत होकर अपना मूल्यांकन करंेगे। उनसे जाने अनजाने में जिन बातों की मनाही की गयी है वे अगर हुयी है तो उनके लिए खुदा के सामने तौबा करेंगें। मोमिनों के लिए दी गयी हिदायतों में यह भी शामिल है कि वे जिस देश में रह रहे है वहां की व्यवस्था मजबूत करने वाले नियम और कानूनों का पालन करें। लाॅक डाउन इस फर्ज की अदायगी का सबब बना है जिससे खुदा के एक और इम्तिहान में अपने को पास करने का नसीब उन्हें हासिल हुआ है। एक और इमाम ने कहा कि यह अपने किरदार को मजबूत बनाने का महीना है जिसमें मोमिनो को अधिक दयालु और परोपकारी स्वभाव बनाकर खुदा के सबसे अच्छे बन्दों में से एक अपने को साबित करना है।
रमजान के मुबारक महीने में प्रति वर्ष बाजारों में जैसी रौनक देखने को मिलती थी वैसी इस बार नदारद है। इसे लेकर सलमान और सादाब ने कहा कि इससे त्यौहार की गरिमा पर कोई असर नहीं पड़ने वाला क्योंकि सादगी से रहना ही मोमिनो का सबसे बडा जेवर है। मुमताज फल वाले, माजिद और जब्बार ने बताया कि रमजान में खजूर, दूध, सूतफैनी, बिस्कुट और टोस्ट आदि बहुतायत मंे बिकते है इसलिए इनकी आपूर्ति जारी रहेगी। लाॅक डाउन में प्रशासन ने समय सीमा में ढील और बढा दी तो दुकानदार रोजदारों को जरूरत का सामान अधिक सुचारू तरीके से मुहैया करा सकते है। गुडडन ने कहा कि रमजान वैसे भी रोजदारों के संयम की परीक्षा है। इसलिए इफतार और सहरी के समय खान-पान में सुविधा-असुविधा का उनके लिए कोई मतलब नहीं है।

Leave a comment

I'm Emily

Welcome to Nook, my cozy corner of the internet dedicated to all things homemade and delightful. Here, I invite you to join me on a journey of creativity, craftsmanship, and all things handmade with a touch of love. Let's get crafty!

Let's connect

Recent posts