कालपी। लाक डाउन के चलते कालपी तहसील क्षेत्र में आधा सैकड़ा से अधिक बिहार के रहने वाले परदेशियों को तहसील प्रशासन ने क्वारंटीन में रखा है जिनको बिहार सरकार द्वारा वापस अपने प्रदेश में न लेने के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है जबकि मध्य प्रदेश प्रदेश का क्वारंटीन किया गया एक व्यक्ति को जिला मुख्यालय भेजकर उसे मध्य प्रदेश वापस उसके गृह जनपद भेजा गया।
मालूम हो कि कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम को लेकर किए गए लाक डाउन के छत्तीस दिन बीत चुके हैं। कोरोना पाजीटिव मरीजों की संख्या जिला मुख्यालय उरई में तीन होने के बाद प्रशासन सख्त है। क्वारंटीन का सबसे बड़ा हब बन चुके कालपी में मौजूदा समय में बाहरी जनपदों के क्वारंटीन लोगों की संख्या शून्य है जबकि बिहार सरकार द्वारा अपने प्रदेश के नागरिकों को वापस न लिए जाने के चलते कालपी कालेज कालपी में सैंतीस बिहारी क्वारंटीन में हैं। इसी प्रकार कदौरा क्षेत्र के पाली गांव में बारह बिहारी जबकि महेवा क्षेत्र के ग्राम बम्हौरा में चौदह बिहारी क्वारंटीन में रखे गए हैं। सभी की सूचना जिला प्रशासन को भेजी जा चुकी है लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार द्वारा वापस इन लोगों को बिहार में न लेने के निर्णय के चलते असमंजस की स्थिति बनी हुई है तथा सरकार के अग्रिम आदेशों का इंतजार किया जा रहा है। वहीं कालपी कालेज कालपी में क्वारंटीन में चल रहे मध्य प्रदेश के एक युवक को जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय में बुलाकर जिला प्रशासन ने पूरे जनपद में क्वारंटीन किए गए मध्य प्रदेश को लोगों को परिवाहन विभाग की बसों से मध्य प्रदेश भेजा। वहीं उपजिलाधिकारी कालपी कौशल कुमार ने बताया कि कालपी तहसील क्षेत्र में बिहारियों के अलावा सत्तर लोग विभिन्न गांवों में स्कूलों में अभी क्वारंटीन में चल रहे हैं तथा दूसरे प्रदेशों से कालपी तहसील क्षेत्र में आने वाले लोगों कोक्वारंटीन करने की व्यवस्था पूरी कर ली गई है। इसके अलावा बडी़ सख्यां में लोगों को होम क्वारंटीन भी किया जा रहा है तथा सूचना के हिसाब से रेंडम जांच भी कराई जा रही है तथा ब्लड सैंपुल भी लिए जा रहे हैं। उपजिलाधिकारी कौशल कुमार ने जनता से अपील की कि अफवाहों से बचे तथा आस पडो़स में आने वाले लोगों की सूचना प्रशासन को दें।
लाक डाउन में फंसे मजदूरों को भेजा गया उनके गांव
जालौन। ग्राम पहाड़पुरा में लाक डाउन के दौरान फंसे 39 मजदूरों को उनके गांव भेजने के लिए परिवहन निगम की एक बस मंगवाई गई। एसडीएम सुनील कुमार श्ुाक्ला, तहसीलदार बलराम गुप्ता की देखरेख में सभी 39 मजदूरों को तहसील लाया गया जहां नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्साधिकारी डा. सहन बिहारी गुप्ता द्वारा सभी मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सभी मजदूरों के भोजन की व्यवस्था कर उन्हें बस से उनके गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया। वहीं देर रात मध्य प्रदेश से आए 63 व्यक्तियों को रात में क्वारंटीन सेंटर में रखकर सुबह उन्हें उनके गंतव्य की ओर रवाना किया गया।






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