उरई। दामाद से चल रहे मुकदमे के कारण उसके सास-ससुर ने उसे संगीन अपराध में फंसाने के लिए षणयंत्र रच डाला। लेकिन पुलिस की सूझ-बूझ से इसका तत्काल पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने इसे लेकर सास-ससुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
बताया गया है कि आटा में रहने वाले खानाबदोश दंपत्ति रंजीत और मालाबाई वर्तमान में चुर्खी थाने के सतरहजू के पास डेरा डाल कर रहने लगे हैं। दूसरी ओर उनकी विवाहित पुत्री मनीषा अपने पति चिराग के साथ थाना कालपी के सरसेला ग्राम में रहती है। रंजीत का दामाद चिराग के साथ विवाद के चलते मुकदमा चल रहा है।
इस रंजिश में रंजीत की पत्नी मालाबाई ने थाना चुर्खी में दामाद पर मनीषा और अपने आठ वर्षीय पुत्र विक्की को उसके घर से जबरन अपहरण कर ले जाने की सूचना दी। पुलिस को पहली नजर में ही यह मामला संदिग्ध लगा। थानाध्यक्ष चुर्खी ने पुलिस अधीक्षक को पूरी स्थिति से अवगत कराया तो उन्होंने सतर्कतापूर्वक जांच करने के बाद ही कार्रवाई करने को कहा।
चुर्खी एसओ ने तस्दीक के लिए सरसेला में रंजीत को साथ ले जाकर चिराग के डेरे पर दबिश दी। वहां मनीषा आराम से अपने पति के साथ रहती हुई मिली। रंजीत का झूठ पकड़े जाने पर पुलिस ने उसे टाइट किया इसी दौरान विक्की का फोन रंजीत के मोबाइल पर आ गया। पुलिस ने बात की तो पता चला कि विक्की चुर्खी बाईपास पर खड़ा है। पुलिस ने तत्परतापूर्वक पहुंचकर उसे सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया। विक्की ने उगल दिया कि उसके पापा और मम्मी ने जीजा को झूठा फंसाने के लिए कहानी गढ़ी थी और मुझे चाचा मोनू के पास भेज दिया था जो अभी चुर्खी बाइपास पर उसे छोड़ गया है।
पुलिस ने झूठी सूचना देकर गुमराह करने के आरोप में मालाबाई और उसके पति रंजीत के खिलाफ मामला कायम कर लिया है। रंजीत को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।






Leave a comment