उरई. मुख्य मन्त्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत विभिन्न वर्गों और धर्मों के 532 जोड़े उनके धार्मिक रीतिरिवाज के मुताबिक विवाह सूत्र में बाँध दिए गए.इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित केंद्रीय सूक्ष्म, मध्यम और लघु उद्यम राज्य मन्त्री भानुप्रताप वर्मा ने कहा कि सामूहिक विवाह जैसे आयोजनों से वधू के अभिभावकों को फ़िजूलखर्ची से बचाने और दहेज़ जैसी कुरीति पर अंकुश में बड़ी मदद मिली है. समाज़ कल्याण राज्य मन्त्री संजीव गौड़ के साथ अन्य जन प्रतिनिधियों में जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी, कालपी विधायक विनोद चतुर्वेदी, सदर विधायक गौरी शंकर वर्मा और माधोगंढ़ विधायक मूलचंद्र निरंजन ने और जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ इरज राजा ने भी नव युगलों को आशीर्वाद दिया.जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना लड़कियों के गरीब अभिभावकों के लिए बहुत उपयोगी है. समाज़ कल्याण अधिकारी प्रवीण सिंह ने बताया कि इस योजना में 51 हजार रूपये की सहायता दी जाती है. जिसमें से 31 हजार रूपये वधू के खाते में भेजे जाते हैँ.जॉइन्ट मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार, परियोजना निदेशक शिवाकांत, जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र त्रिपाठी भी उपस्थित रहे.