नगर के शायर और कवियों ने गीत गज़लों मुक्तकों से की शानदार प्रस्तुति
उरई| राजेन्द्र नगर स्थित सिटी स्कूल में अमिता साहित्य मंच द्वारा ज़िले के वरिष्ठ साहित्यकार यज्ञदत्त त्रिपाठी की अध्यक्षता में कवि एवम शायरों के संग नवरात्रि के मौके पर एक शानदार काव्य संध्या का आयोजन हुआ जिसकी शरुआत कवियित्री श्रोमणि सोनी की सरस्वती वंदना और शायर अनवार साहब की नाते पाक से हुई | फिर शुरू हुआ गीत गज़लों का दौर | संचालक अभिषेक सरल ने पढ़ने के लिए बुलाया शायर फहीम बसौदवी को | उन्होंने पढा,कुछ दिन कटे थे ग़म में कुछ खुशी के साथ,होता रहा मज़ाक मेरी ज़िंदगी के साथ,इसके बाद साहित्य सभा के अध्यक्ष अनुज भदौरिया ने पढ़ा,हर सफल होंगे तुम्हारे लक्ष्य जीवन के जटिल,काम के संग राम को मन में समाहित कीजिये | कवियित्री प्रिया श्रीवास्तव दिव्यम ने पढ़ा नीति पाप का सत्य का पोषक उनका नाम,जीवन का आदर्श हैं पुरषोत्तम श्री राम,पुष्पेंद्र पुष्प ने पढा,इनके चरणों में वार दो जीवन,फिर अयोध्या में राम आये हैं,हास्य शायर असरार अहमद मुक़री ने पढ़ा,ये आग बुझाने में ज़रा देर लगेगी,बेगम को मनाने में ज़रा देर लगेगी,पढ़ कर खूब हंसाया | कवियित्री शिखा गर्ग ने सुनाया ,जीत हुई है सत्य की मंदिर बना विशाल,हुआ राम का आगमन पूरा देश निहाल,शायर अख्तर जलील ने पढ़ा,ज़र के नशे में आपको सरकार देख कर,हमने भी रस्ता छोड़ दिया कर देख कर,अमरेंद्र जी ने पढ़ा,राम सब में समाहित सभी राम में,राम के नाम से सब हैं आराम में,साहित्यसभा के संयोजक पहचान संस्था के अध्यक्ष शफीकुर्रहमान कशफ़ी ने आने वाले लोकसभा चुनाव में लोगों से ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की अपील की और पढ़ा, वो इमामे हिन्द हैं और हिन्द के वासी हैं हम,ऐसे रिश्ता जुड़ गया है देखो सबका राम से, अनवार साहब अनवर ने पढ़ा,मेरे सीने में है ग़म आपका,याद हमको रहेगा सितम आपका | कार्यक्रम अध्यक्ष यगदत्त त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में इस मिले जुले कार्यक्रम की सराहना करते हुए पढा,सत्ता प्रभुता दोनों पा कर भी जिसको अभिमान नहीं है,पुषोत्तम है राम वही है | धरती पर भगवान वही है,इसके अलावा वरिष्ठ कवियित्री विमला तिवारी,सिद्धार्थ त्रिपाठी, गरिमा पाठक,राम शंकर गौर,श्रोमणि सोनी,अभिषेक सरल,संजय शर्मा,दिव्यांशु दिव्य,ब्रह्मप्रकाश दीपक, प्रगति मिश्रा सहित अन्य साहित्यकारों ने भी काव्यपाठ किया | अंत में स्कूल प्रबंधक तांचल जी ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा इस तरह के कार्यक्रम हमें समाज और देश के प्रति जागरूक करते हैं जिनसे ऐसे आयोजन निरन्तर होते रहना चाहिए |