उरई। सोमवार को इन्द्रा पैलेस उत्सव गृह में परमार्थ समाज सेवी संस्थान के तत्वावधान में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस के क्रम में स्वशासन की प्रक्रिया को बढ़ाने में महिलाओं की भूमिका विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम में जल संरक्षण के कीर्तिमान स्थापित करने वाली जल सहेलियों, महिला जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों, कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जल सहेलियों के योगदान पर आधारित दस्तावेजी फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रक्षिणाधीन उप जिलाधिकारी आरती साहू ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधियों को उनके परिवार के लोग स्वतंत्र रूप से अपनी भूमिका निभाने में सहयोग प्रदान करें तभी महिला नेतृत्व को हर स्तर पर उभारने और मजबूत करने का उद्देश्य पूरा हो सकता है। उन्होंने कहा कि महिलाऐं आत्मविश्वास के साथ काम करेंगी तो बेहतर, संवेदनशील और गुणवत्तापूर्ण गवर्नेंस सुनिश्चित होगी जिससे विकास और जन कल्याण की प्रक्रिया को बल मिलेगा। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि एक अन्य प्रक्षिणाधीन उप जिलाधिकारी ज्योति सिंह ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में महिलाओं ने अवसर मिलने पर सशक्त प्रदर्शन किया है। इसका उदाहरण पूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी से लेकर तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तक में देखा जा सकता है। यह गौरव का विषय है कि इस समय देश की प्रथम नागरिक के रूप में महामहिम द्रोपदी मूर्मू राष्ट्रपति पद पर आसीन हैं।
इसके पूर्व लखनऊ से आयी सामाजिक कार्यकत्री नीलम प्रभात ने महिलाओं की सृजनात्मक शक्ति को अदभुत बताया और वर्तमान में अनेक रचनात्मक कार्यों में उनकी उपलब्धि को रेखांकित किया।
परमार्थ के निदेशक अनिल सिंह ने कहा कि महिलाओं को लेकर समाज के हीन सोच में बदलाव आ रहा है क्योंकि महिलाओं ने नेतृत्व मिलने पर शानदार ढंग से प्रमाणित किया है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेन्द्र कुमार पोत्स्यायन ने कहा कि केवल एक दिन महिला दिवस मनाकर छुट्टी नहीं पा लेना चाहिए। पुरूष को अपने दैनिक जीवन में हर महिला का मां या बहिन के रूप में आदर करना आदत में ढालना होगा।
प्रमुख चिकित्सक डा0 रेनू चन्द्रा व समाज सेवी शशि सोमेन्द्र सिंह ने भी विचार प्रकट किये। अध्यक्षता रक्तकणिका डा0 ममता स्वर्णकार ने की। इस अवसर पर प्रेरणादायी कार्य करने वाली जनप्रतिनिधियों आदि महिलाओं और जल सहेलियों को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित पाने वाली महिलाओं महिला थानाध्यक्ष उमा सैनी, ग्राम प्रधान नरौल मायावीत, मनेरगा मेट मल्लहानुपरा मिलन, रोजगार सेवक नीतू सिंह, जल सहेली पूनम मढ़ेपुरा, पूजा कंजौसा, सीमा धमना, माया सोनेपुरा, सुशीला कुसेपुरा व स्वरोजगार के लिए ममता परिहार उरई शामिल रहीं। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों और प्रतिभागी महिलाओं ने आपस में एक दूसरे को गुलाल लगाकर होली भी मनाई।