जालौन-उरई । खाद की किल्लत से किसान परेशान तो वहीं समिति के सचिवों की मनमर्जी से किसान अपने खेतों में फसलों की बुवाई समय से नहीं कर पा रहे। सचिवों की अनदेखी से किसान दर दर भटकने को मजबूर हैं।एडीओ सहकारिता के निरीक्षण में सिकरी राजा समिति बंद मिली।
सरकार से लेकर प्रशासन तक किसानों को खाद बीज की कोई समस्या न हो इसका प्रयास कर रहे हैं।इसके साथ ही खाद बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के साथ वितरण कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं। तमाम प्रयासों के बाद भी सहकारी समितियों के सचिव मनमानी कर रहे हैं और खाद वितरण नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। इस समय खेतों में बुआई का सीजन चल रहा है । किसान चना, मटर, सरसों, गेहूं आदि फसलों की बुआई के काम में लगा हुआ है। किसानों को खाद की आवश्यकता है। खाद के लिये सरकारी समितियों के चक्कर लगा रहे हैं किन्तु समितियों से खाद नहीं मिल पा रही है। समितियों से खाद न मिलने के कारण किसानों को बाजार से अधिक दामों में खाद लेनी पड़ रही है। समितियों से खाद न मिलने के कारण किसानों का कीमती समय भी बर्बाद हो रहा है तथा अधिक पैसा भी लग रहा है। प्रशासन के निर्देशों के बाद एडीओ सहकारिता शैलेंद्र सिंह समितियों के निरीक्षण के लिए बुधवार को निकले तो दोपहर साढ़े 12 बजे उन्हें सहकारी समिति सिकरी राजा में ताला लटकता हुआ। थोड़ी रुक कर उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की तो पता चला कि समिति के सचिव राजकुमार निरंजन नियमित समिति में नहीं बैठ रहे हैं और ही समिति कार्यालय नियमित खुल रहा है जिससे किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। किसान बाजार से खाद खरीदने मजबूर है। समिति बंद मिलने पर एडीओ सहकारिता ने सचिव राजकुमार निरंजन से समिति बंद होने का कारण पूछा है। लिखित जबाब मिलने के बाद निरीक्षण रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जायेगी।