सिरसाकलार-उरई |
महेवा ब्लॉक् के गाँव जरारा में प्राचीन कुँए का उगार करा कर जल सरंक्षण के लिए कदम बढ़ाया गया है जिससे पानी का संकट खत्म होने के आसार नजर आ रहे हैं |
बता दें कि ग्राम जरारा में गाँव के बाहर मंदिर के पास एक प्राचीन कुआँ है | बताया जाता है कि यह कुआं 2 सौ वर्ष पुराना है जो 60 फुट से ज्यादा गहरा है | यह कुआं अभी तक उपेक्षित पड़ा था।
अब इसमें प्रधान सिद्धेश्वर चतुर्वेदी ने जल संरक्षण और पानी का संकट खत्म करने व पुरानी विरासत को संजोये रखने के लिए प्राचीन कुँए का उगार शुरू करा दिया गया है |