*प्रथम पुण्यतिथि पर याद किये गये समाजसेवी राजीव अग्रवाल नदीगांव वाले*
कोंच -उरई.स्थानीय आर आर एकेडमी बंगला के सभागार में समाजसेवी एवं विधानसभा प्रत्याशी 2012 राजीव अग्रवाल नदीगांव वालों की प्रथम पुण्यतिथि पर कविसम्मेलन एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन सम्पन्न हुआ जिसमें कवियों एवं गणमान्य नागरिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में डॉ हरिमोहन गुप्ता ने शब्द सुमनो से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पढ़ा कि आना जाना तो जीवन क्रम जो आता वह जाता। अच्छा लगता यदि प्राणो दायित्व स्वयम निपटाटा। तुमने पारसमणि तो दी है, डाला बोझ असीमित, जंहा गये सुख से तुम रहना श्रद्धा सुमन चढ़ाता। अब मंच पर आए ओम के नाम से प्रसिद्ध ओमकार नाथ पाठक ने पढ़ा कि करिये अपने पूर्वजों का सम्मान,उनके चरणों में श्री धाम है। कीर्ति शेष राजीव जी के कार्यो को बारम्बार प्रणाम है। गले के जादूगर कहे जाने वाले गीतकार दिनेश मानव ने मंच को अपनी ओर आकर्षित करते हुए पढ़ा कि हुई मुकम्मल अबतक नहीं काटनी क्यों, हर एक वशर की चढ़ी हुई परेशानी क्यों उनकी इज्जत उनकी शोहरत उनका सब अपनी आँखों के हिस्से में पानी क्यों। साहित्य और कला के अद्वितीय संगम कहे जाने वाले संजीव सरस ने अपना कविता पाठ करते हुए कहा कि आओ कोई बवाल करते है चलो उनसे सवाल करते लाशो पे राजनीती आप भी कमाल करते है। ओज के कवि भास्कर सिंह माणिक ने भी पढ़ा कि संघर्ष बिना अपने जीवन में कब किसने लिखी कहानी है जो मातृभूमि के काम न आए ऐसी व्यर्थ जवानी है। भावुक स्वभाव के नंदराम सोनी भावुक ने पढ़ा कि इक्छाये अगर अपनी अनावश्यक बढ़ाओगे। पिटारा बोझ का लेकर जंहा भी आप जाओगे। मन से सोचना मुश्किल न कुछ भी काम कर सकते लक्ष्य को साधकर चलना मंजिल पा ही जाओगे। नवोदित कवि रामजी अग्रवाल ने भी पढ़ा कि बनाकर इर्द गिर्द दीवारे अपने मै खुद को खुद ही मै कैद कर लेता हूँ। अध्यक्षता कर रहे राजेशचंद्र गोस्वामी ने कहा कि मै शुद्ध शाकाहारी हूँ सब्जी भी उबालकर खाता हूँ यह और बात है कि आदमी को कच्चा निगल जाता हूँ। राजेंद्र सिंह रसिक ने कविता पाठ करते हुए कहा कि मुस्कुराते रहो मुस्कुराते रहो भाईचारे को यारो बढ़ाते रहो आना जाना है जिंदगी का सफर मिलते रहने की रस्म निभाते रहो। युवा समाजसेवी संस्कृति गिरवासिया ने मै भारत का नागरिक हूँ व्यंग के माध्यम से आवाम की वास्तविक परिस्थितियों का चित्रण किया। कवियत्री ऋतु चतुर्वेदी ने पढ़ा कि दिल को नशाद कर रही हूँ मै खुद से संबाद कर रही हूँ मै चाहती हूँ नहीं कि याद करुं पर तुम्हे याद कर रही हूँ मै। कृष्णस्वरूप अग्रवाल मुन्ना लोहे वालों ने कहा कि नारी का सम्मान करो बेटी का कन्यादान करो बेटे को गुणवान बनाओ जीवन में प्रभु का ध्यान करो।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यअतिथि नीमा अध्यक्ष डॉ आलोक निरंजन ने कहा कि राजीव जी का असमय चला जाना दुःखद है लेकिन यह सुखद बात है कि उनके पदचिन्हो पर चलकर पारस खुद को पारस साबित कर रहे है।
विशिष्ठ अतिथि ओमप्रकाश उदैनिया ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि कई वर्षो से मेरा जुड़ाव राजीव अग्रवाल से रहा है वह मजलूमो असहायो की सेवा के लिए निरंतर प्रत्यनशील रहते थे। इस अवसर पर पिंकू फुलैला रवि यादव मेडिकल रामेश्वर दयाल अग्रवाल अशोक बसोव वाले रामकुमार रम्मू राजाराम अग्रवाल राकेश फुलैला वाले सूरज सिंह परिहार रुपेश शास्त्री मनीष भदौरिया बृजबिहारी मुखिया अवधेश इकड्या रवि गोयल अनिल पीसीओ आशुतोष ठठेरे संतोष तोस्वामी पंकज तिवारी शरद तिवारी दीपेंद्र अग्रवाल रामजी अग्रवाल हनी अग्रवाल संतोष गर्ग एड राहुल कश्यप आदि उपस्थित रहे।