उरई। राष्ट्रीय पल्स पोलियो महा अभियान के बूथ दिवस के अवसर पर प्रातः 10:00 बजे जिला महिला चिकित्सालय उरई परिसर में स्थापित पोलियो बूथ का शुभारम्भ जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने 0-5 वर्ष के बच्चो को पोलियो की 2 बूंद पिलवाकर किया .इस दौरान जिलाधिकारी ने समस्त जनपद वासियो से 0-5 वर्ष के बच्चो पोलियो ड्राप की दो बूंद पिलाने की अपील की जिससे देश को पोलियो मुक्त रखा जा सके। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० एन०डी० शर्मा ने भी 0-5 वर्ष के बच्चों को दों बूँद पोलियो की दवा पिलाई एवं जनपद वासियो से अनुरोध किया कि अपने तथा अपने अडोस पडोस के 0-5 वर्ष के बच्चो को नजदीकी बूथ पर ले जाकर दवा पिलायें। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय डा० अवनीश कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका, जिला महिला चिकित्सालय उरई डा० सुनीता बनौधा, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० वीरेन्द्र सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० एस० डी० चौधरी, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा० देवेन्द्र कुमार मिटौरिया, एस०एम०ओ० डा अनविता मिश्रा डब्लू०एच०ओ०, बाल रोग विशेषज्ञ डा० एस०के०पाल, वरिष्ठ परामर्शदाता डा० संजीव प्रभाकर, चिकित्सा अधिकारी डा० पवन सेंन, संजीव गहोई समाज सेवी तथा यू०एन०डी०पी० के जनपद प्रतिनिधि अजय महतेले, यूनिसेफ के जनपद प्रतिनिधि अमर सिंह आदि उपस्थित रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० एन०डी० शर्मा ने अपने सम्बोधन में उपस्थित लाभार्थियों की माताओं को अपने बच्चों का समय से सम्पूर्ण टीकाकरण कराये जाने के फायदे के बारे में बताया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय उरई ने बच्चों को 06 माह तक केवल माँ के स्तनपान के महत्व के सम्बन्ध में बताया. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० बीरेन्द्र सिंह ने धात्री माताओं को पोषण एवं जे०एस०बाई० योजना के सम्बन्ध में बताया। अन्त में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा० देवेन्द्र भिटौरिया ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये धन्यवाद दिया।
इसी क्रम में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० एन०डी० शर्मा द्वारा उमरार खेरा उरई शहरी बूथ का निरीक्षण किया, निरीक्षण के समय 12 बच्चों को दवा पिलाई गई, इसके पश्चात तुफैलपुरवा अर्बन बूथ का निरीक्षण किया. निरीक्षण के समय 26 बच्चो को पोलियो दवा पिलाइ गई एवं कोंच बस स्टेंड पर स्थापित ट्राजिट टीम/बूथ का निरीक्षण किया गया जिसमें टीम के सभी सदस्य उपस्थित नही थे, उपस्थिति वैक्सीनेटर द्वारा टेली सीट के अवलोकन हेतु उपलब्ध कराई, जिसमे 37 बच्चो को दवा पिलाई गई थी। टीम के सभी सदस्य न मिलने के सम्बन्ध मे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा संजीव कुमार अर्बन को-आर्डी नेटर को निर्देशत किया गया कि सभी टीमो को माईकोप्लान की कॉपी उपलब्ध कराई जाये एवं टीम क्षेत्र में समय से उपस्थिति हो यह सुनिश्चित किया जाये।