उरई : अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर दैनिक जागरण के तत्वावधान में सिटी सेंटर में आयोजित भजन संध्या में भजनों की प्रस्तुतियां सुन श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। कलाकारों की प्रस्तुतियों से वातावरण भक्तिमय नजर आया। देर शाम तक श्रोताओं ने भजन संध्या का आनंद लिया। भजन इतने शानदार थे कि श्रोता झूमते रहे। भजनों के अलावा भगवान की झांकी के दर्शन भी लोगों ने किए। शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति भी बेहतरीन थी।
भजन संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा, जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय, पुलिस अधीक्षक डा. ईरज राजा, मुख्य विकास अधिकारी भीमजी उपाध्याय ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर किया। इसके उपरांत कलाकारों ने भगवान की वंदना प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि सदर विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि दैनिक जागरण द्वारा इस तरह का आयोजन कराया जाना अत्यंत सराहनीय है। इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए। यह कार्यक्रम भक्ति का है। इसमें सभी को सहभागिता करनी चाहिए। आयोजन की जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जगह-जगह आयोजन हो रहे हैं। उस कड़ी में दैनिक जागरण का योगदान सराहनीय है। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि जिस उत्साह के साथ यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है, इसी तरह से आगे भी होता रहे। इन आयोजनों से युवा पीढ़ी को बहुत कुछ सीखने को मिलता है। संस्कार मिलते हैं। जागरण परिवार का यह अनूठा कार्यक्रम है। पुलिस अधीक्षक ने अपने संबोधन में कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से युवा कलाकारों को मंच देना एक अच्छा कार्य है। यह आयोजन वास्तव में सराहनीय है। लोगों को इन आयोजनों में अपनी उपस्थिति जरूर देनी चाहिए। मुख्य विकास अधिकारी ने भी अपने संबोधन में कलाकारों का उत्साहवर्धन किया। अतिथियों के संबोधन के उपरांत कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुतियों से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। भजन गायिका विश्वप्रभा त्रिपाठी ने गाया कि बजाओ ढोल स्वागत में मेरे भगवान आए हैं। उनके इस भजन पर जोरदार तालियां बजीं। श्रोता अपने को झूमने से नहीं रोक सके। इसके बाद डा. सुमिति श्रीवास्तव ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर हर किसी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके साथ ही कन्यका सिंह, तरणिका सिंह, आस्वी सिंह ने भी अपनी प्रस्तुति दी। जैसे ही शास्त्रीय नृत्य का समापन हुआ तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। गायिका गरिमा पाठक ने लीन्ह जनम रघुरइया भजन से हर किसी का दिल जीत लिया। श्रोताओं ने तालियों के माध्यम से उनका उत्साहवर्धन किया। गायक अवध नारायण द्विवेदी ने रामा-रामा रटटे, रटते भजन का शानदार प्रस्तुतीकरण किया। गायक मिर्जा साबिर बेग ने गाया कि राम जीवन भी हैं, राम मुक्ति भी हैं, राम महफिल भी हैं। उनके इस भजन को काफी प्रशंसा मिली। लोगों ने तालियां बजाकर उनकी प्रस्तुति को बेहतरीन करार दिया। युवा गायिका तमिष्ठा ने सजा दो आशियाने को ऐसा भजन प्रस्तुत किया। भजन गायक संजय दुबे ने भी अपनी प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भगवान की झांकी भी इतनी सुंदर थी कि लोग देखते ही रह गए। राम की भूमिका में ऋषभ, लक्ष्मण की भूमिका में राघव जबकि सीता की भूमिका में करुणिका रहीं। देर शाम तक श्रोताओं ने भजनों का आनंद उठाया। सर्दी होने के बाद भी लोग अपने स्थान पर बैठे रहे। हर तरफ भक्ति की बयार बहती नजर आ रही थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्रवण कुमार द्विवेदी ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह, शाल देकर सम्मानित किया। संचालन डा. माया सिंह ने किया। कलाकार रोहित विनायक, समाजसेवी रोहित त्रिपाठी ने कार्यक्रम में अपना अतुलनीय योगदान दिया। इस मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार, एसडीएम सुरेश कुमार पाल, वरिष्ठ पत्रकार केपी सिंह, खाद्य अभिहीति अधिकारी डा. जतिन कुमार, खाद्य निरीक्षक आलोक कुमार, पत्रकार अनिल शर्मा, समाजसेवी रामकृष्ण शुक्ला, साहित्यकार डा. महेश पांडेय बजरंग, अनिल यादव, अग्निवेश चतुर्वेदी, भीम सिंह यादव, चौधरी जयकरन सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। अंत में जागरण के जिला ब्यूरो प्रमुख विमल पांडेय ने सभी का आभार जताया.