उरई. विद्युत विभाग के अधिकारियों द्वारा उपभोक्ताओं के शोषण और उत्पीड़न के खिलाफ 8 फरवरी को कलेक्ट्रेट में हंगामी धरना होगा.
यह फैसला जन संघर्ष मोर्चा की चौधरी जय करन सिंह के आवास पर पूर्व सैनिक जयदेव यादव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया. बैठक में लिए गए उक्त फैसले की जानकारी देते हुए जन संघर्ष मोर्चा के जिलाध्यक्ष कामरेड गिरेंद्र सिंह ने कहा कि मोर्चा का गठन अधिकारियों के भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए किया गया है जिससे लोगों के मौलिक अधिकार आहत हो रहे हैं. अधिकारियों का यह रवैया सुशासन की अवधारणा पर जबरदस्त कुठाराघात है.
बैठक में उपस्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि विद्युत उपभोक्ता विभाग के बहुआयामी शोषण के कारण बुरी तरह सिसक रहे हैं.कई जगह जो उपभोक्ता हर महीने 700-800 रूपये का बिल अदा कर रहे थे उनके यहां अचानक हजारों रूपये का भारी बिल पहुंच गया. आपत्ति करने पर विभाग कोई मदद नहीं कर रहा.कुछ वक्ताओं ने आरोप लगाया कि उपभोक्ताओं के दोहन के लिए विभाग के अभियंता ही लाइनमेन से उनके घर के मीटर में जंक लगवा देते हैं और बाद में चेकिंग के लिए पहुंच कर उस पर लाखों रूपये का जुर्माना थोप कर सौदेबाजी शुरु कर देते हैं. कामरेड गिरेंद्र सिंह ने उत्पीडित उपभोक्ताओं से अपील की कि वे अपने मामले ले कर मोर्चा के कार्यकर्ताओं से संपर्क करें ताकि उन्हें न्याय मिल सके.
बैठक में पूर्व विधायक संतराम कुशवाहा. पूर्व विधायक कप्तान सिंह राजपूत,अशोक गुप्ता महाबली, देवेंद्र शुक्ला, डॉ रमेश चंद्र गुप्ता जालौन, रामकृष्ण शुक्ला, कमल दोहरे, अनिल शर्मा, माताप्रसाद प्रजापति, नंदराम पाल,बलवान सिंह यादव, जितेंद्र सिंह फ़ौजी, के पी सिंह आदि उपस्थित हुए.