उरई। शिक्षा के गिरते स्तर का मूलकारण व्यवसायीकरण है जिस पर तत्काल रोक लगाए जाने की जरूरत है। महंगी शिक्षा गरीब तबके से दूर होती जा रही है इसकी गुणवत्ता में भारी गिरावट होती जा रही है। यह बात बुंदेलखंड दलित अधिकार मंच के संयोजक कुलदीप बौद्ध ने आज राजकीय छात्रावास रामनगर में मणि सेवा संस्थान की ओर से आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में कही।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए मनोज चैधरी ने मूल्यपरक शिक्षा व प्रभावी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला साथ ही कहा कि शिक्षा के स्तर में गिरावट का मुख्य कारण शासन की नीतियां है। शिक्षक व समाजसेवी संतोष कुमार गोस्वामी ने शिक्षकों को समाज का मुख्य मार्गदर्शक बताते हुए गुरूओं का आवाहन किया कि वह अपने शिक्षक धर्म का ईमानदारी से पालन करे। कार्यक्रम में सहभागिता कर रही समाज सेवी रिहाना मंसूरी ने विद्यालयों में शिक्षा को पारदर्शी बनाने कीे जरूरत पर बल दिया। नीलमा ने कहा कि शिक्षा नीति में जब तक बदलाव नही आयेगा तब तक समाज का भला होने वाला नही है। संस्था की प्रबंधिका राजेश्वरी शास्त्री ने कहा कि भारतीय जगत पर वर्चस्व कायम करने के लिए समाज के ठेकेदार ही महिलाओं गरीबों पर अत्याचार कर उनका हक अधिकार छीनने में लगे है इसके लिए सत्ता में बैठे लोगों ही जिम्मेदार है। महाराष्ट्र के सतारा जिले से आए बुंदेलखंड भ्रमण पर रविपमार व सरस्वती ने कहा कि बुंदेलखंड में गरीबी, भुखमरी, सामाजिक भेदभाव, छुआछूत एवं मैला ढोने की प्रथा आज भी जारी है। उन्होंने कालपी क्षेत्र के दर्जनों गांव का भ्रमण कर यहां की दिशा व दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बुद्धजीवी वर्ग को आगे आकर इन बुराईयों को दूर करना होगा। संस्था के संयोजक एवं निदेशक केके शिरोमणि ने छात्रों को संस्कारवान शिक्षा ग्रहण करने की आवश्यकता बताई और शिक्षकों को आत्मचिंतन की सलाह दी। इस अवसर पर समाजसेविका किरन चैधरी, सीलिमा, संघप्रिया ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा शिक्षा व्यवस्था से छुआछूत व सामाजिक भेदभाव मिटाए बिना समाज का भला होने वाला नही है। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी शिक्षक व आदर्श शिक्षा एवं जनकल्याण समिति के प्रबंधक शिवराम पाल ने करते हुए कहा कि निजी विद्यालयों में विद्यार्थियों के साथ हो रहे दोयम दर्जे का व्यवहार विद्यार्थियों के अंदर कुंठा पैदा करता है जिससे निराश होकर कुछ विद्यार्थी बीच में ही शिक्षाबंद कर देते है तथा उन्होंने छात्रों से व्यसन नशा आदि से दूर रहने की सलाह भी दी शासन सत्ता में बैठे नुमाइंदों को आगे आकर बुराई मिटाने की पहल करनी होगी। इस मौके पर रमणीक प्रजापति, आलोक कुमार, अवधेश कुमार, हिमांशू कुमार, पवन चैधरी, सुधीर मंगल सिंह, बालेन्द्र सिंह, संजय सिंह, प्रमोद कुमार, अभय कुमार, पंकज अभिषेक कुमार, सिद्धार्थ, अंकित कुमार, महेन्द्र कुमार, आशुतोष आदि विद्यार्थी उपस्थित रहे।






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