0 पुलिस के मुताबिक पहले ग्रामीणों ने जबरिया सामान उठाया फिर कोटेदार पर पिल पड़े
कोंच-उरई। खाद्य सुरक्षा गारंटी लागू होने के बाद सार्वजनिक वितरण प्रणाली में धांधलियों को लेकर अक्सर एचित रेट के दुकानदारों पर सवाल उठते रहते हैं। बीती शाम भी कैलिया थाने के ग्राम कूंड़ा में इसी तरह का एक मामला सामने आया जिसमें खाद्य सामग्री लेने गये ग्रामीणों को कोटेदार ने न केवल सामान नहीं दिया बल्कि जब मुंहचाई ज्यादा हो गई तो आरोप है कि कोटेदार ने अपने गुर्गों के साथ मिल कर ग्रामीणों को ही धुनक दिया। हालांकि इस मामले में पुलिस का कुछ और ही कहना है। पुलिस के मुताबिक ग्रामीण कोटेदार के घर पहुंचे और जबरिया सामान उठाने लगे। इस पर कोटेदार ने उन्हें रोका तो ग्रामीण उस पर पिल पड़े। बाद में कोटेदार के कुछ समर्थक वहां पहुंच गये और फिर दोनों ओर से हाथापाई शुरू हो गई।
कैलिया थाना क्षेत्र के ग्राम कूंड़ा निवासी राहुल गौतम, अखिलेश कुमार, शंकरलाल, मुन्नीलाल, शंकरदयाल, रामनरेश, आनंद, पुखादेवी, मुन्नी देवी, मालती, किसना देवी, रामदुलैया, नादर अली, भगवती देवी, शीला देवी, बबलू, अफसर अली, रामकुमार, हरीमोहन, जितेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश सहित दर्जनों लोगों ने गुरुवार को एसडीएम के यहां प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की है कि गांव वासी उचित दर विक्रेता मायादेवी के यहां राशन सामग्री लेने गये थे तो उसने यह कहते हुये कि चुनाव की वजह से सामग्री का उठान नहीं हुआ है, उन्हें सामग्री देने से मना कर दिया गया। कोटेदार का पति कल्लू, पुत्र चतुर्भुज, नरेन्द्र, कृष्णेन्द्र आदि जो वहां बैठे थे, गालियां देनी शुरू कर दी और कहा कि जब एक बार मना कर दिया है तो भी नहीं मानते। उक्त लोगों ने सामग्री लेने गईं महिलाओं के साथ अभद्रता करनी शुरू कर दी तो अन्य लोगों ने ऐसा करने से रोका लेकिन उन लोगों पर दबंगई सवार थी सो ग्रामीणों को धुनक डाला। हालांकि रात में यह मामला कैलिया थाने भी पहुंचा था और कैलिया पुलिस का कहना कुछ और ही है। पुलिस के मुताबिक उसकी पड़ताल में जो लब्बोलुआब निकल कर आया है उसके मुताबिक ग्रामीणों ने पहले गुंडई के बल पर सामान उठाने का प्रयास किया और कोटेदार पक्ष ने रोका तो ग्रामीणों की ओर से पहला हमला बोला गया। बहरहाल, ग्रामीणों ने कोटा निलंबित करने की मांग एसडीएम से की है।






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