कोंच-उरई । सरकार ने सभी प्रकार के बिजली उपभोक्ताओं को ब्याज में छूट देने का प्रावधान किया है जिसका फायदा लोगों को मिलने भी लगा है। सात साल बाद ऐसा अवसर आया है जिसमें विद्युत उपभोक्ताओं के लिये इतनी भारी छूट सरकार देने जा रही है। खास बात यह भी है कि पहले सौ फीसदी की ब्याज में छूट केवल ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिये मिली थी और शहरी उपभोक्ताओं को पचास फीसदी का लाभ मिला था लेकिन अब शहरी और ग्रामीण में भेद किये बिना यह छूट सभी तरह के उपभोक्ताओं के लिये है। रविवार को एसडीओ विद्युत कौशलेन्द्र सिंह ने कहा है कि ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ताओं को इस छूट का लाभ लेते हुये अपने पंजीकरण एक मुश्त समाधान योजना के तहत करा लेने चाहिये।
चंदकुआ स्थित उपखंड कार्यालय में एसडीओ सिंह ने बताया है कि उत्तरप्रदेश विद्युत नियामक आयोग के आदेश में कहा गया है कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू, कमर्शियल तथा नलकूप योजनाओं के कनेक्शन धारकों के बकायेदारों को 31 मार्च 2017 तक के बिजली बिलों में सरचार्ज के रूप में जोड़ी गई धनराशि में सौ फीसदी की छूट दी जा रही है जबकि स्मार्ट मीडियम पावर कनेक्शन अर्थात् चक्की या बैल्डिंग वक्र्स बालों के लिये यह छूट पचास फीसदी होगी। शहरी इलाकों के बिजली उपभोक्ताओं को इस छूट का लाभ केवल 31 मई तक ही मिल सकेगा जबकि ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिये यह अवधि 15 जून 2017 होगी। एक मुश्त समाधान योजना का लाभ लेने के लिये उपभोक्ताओं को 1 हजार रुपये जमा करके पंजीकरण कराना होगा जबकि स्मार्ट मीडियम पावर बाले कनेक्शन धारकों को 5 हजार रुपये जमा कर पंजीकरण कराना होगा। पंजीकरण का यह पैसा बिल जमा करते वक्त समायोजित कर दिया जायेगा। नलकूप संयोजन धारकों से चार किश्तों में पैसे का भुगतान लिये जाने का प्रावधान किया गया है। नये कनेक्शन लेने बालों के लिये भी संयोजन मूल्य किश्तों में प्रति माह सौ रुपया जमा करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में प्रथम भुगतान 130 रुपये जमा कराके संयोजन लिया जा सकता है, बाद में हर महीने एक सौ रुपये की किश्त बारह महीने तक देनी होगी तथा शहरी क्षेत्र में पहला भुगतान 205 रुपये जमा कराया जायेगा और शेष मूल्य सौ रुपये की सोलह किश्तों में लिया जायेगा। एसडीओ ने उपभोक्ताओं से कहा है कि इस सुनहरे अवसर का लाभ अविलंब ले लें क्योंकि यह आखिरी मौका है जिसे गंवाने का मतलब बाद में पछताना ही पड़ेगा। इस दौरान जेई टाउन कन्हैयालाल, जेई रूरल संजय भी मौजूद रहे।
इंसेट में-
केवल बड़े बकायेदारों पर ही है 48 करोड़ बकाया
कोंच। बिजली विभाग राजस्व बसूली के मामले में फिसड्डी क्यों साबित होता रहा है इसकी बड़ी बजह है वे बड़े बकायेदार जिनके ऊपर एक लाख से भी अधिक का बकाया है। कोंच उपखंड के कस्बा कोंच में ऐसे बकायेदारों की संख्या मात्र 1869 है जिनके ऊपर 30 करोड़ 66 लाख 42 हजार 208 रुपये का बकाया है जबकि ग्रामीण अंचल के उपभोक्ताओं पर साढे सत्रह करोड़ रुपये का बकाया है। शहरी क्षेत्र में एक लाख से ज्यादा के बकायेदारों में कमर्शियल के 263 पर 7 करोड़ 6 लाख 5 हजार 730, घरेलू के 1 हजार 586 पर 21 करोड़ 92 लाख 69 हजार 883 तथा स्मार्ट मीडियम पावर के 20 पर 1 करोड़ 67 लाख 66 हजार 595 रुपये का बकाया है। एसडीओ के मुताबिक कोंच कस्बे में सभी प्रकार के संयोजन धारकों की संख्या महज 8 हजार 519 ही है और 3 हजार 200 उपभोक्ता ही बिल समय से जमा करते हैं। जबकि यहां कुल घरों की संख्या इस आंकड़े के दो गुने से भी ज्यादा है, यानी बिजली का उपभोग करने बालों में हजारों की संख्या ऐसे लोगों की है जो अबैध ढंग से बिजली का उपभोग करते हैं। एसडीओ ने संयोजन बढाने की जरूरत बताई है। ग्रामीण क्षेत्र में कुल 8 हजार 700 संयोजन धारक हैं जिनके ऊपर साढे सत्रह करोड़ का बकाया है।






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