
कालपी-उरई । गौ आश्रय स्थल के अभाव के कारण अन्य पशुओं की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हाईवे पर अन्ना जानवरों के विचरण से राहगीरों को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। शुक्रवार को उच्च अधिकारियों ने निर्माणाधीन गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण करके जिम्मेदारों को जल्द-जल्द काम पूरा करने के निर्देश दिये।
झांसी-कानपुर मेन हाईवे के किनारे कृषि उत्पादन मंडी समिति बनी हुई है। गल्ला मंडी के अंदर तथा बाहर हाईवे पर अन्ना पशुओं का विचरण निरंतर रहता है। हाईवे पर वाहनों तथा राहगीरों का चलना कठिन हो गया है। इसी प्रकार बाजारो तथा कस्बे की सड़कों पर अन्ना पशु दिन रात विचरण करते रहते हैं। बजरंग दल के नगर अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया कि कई लोग अन्ना पशुओं को कालपी से हाँकते हुये यमुना पुल से कानपुर देहात की सीमा में भेज देते हैं। कानपुर देहात के किसान जानवरो को फिर कालपी सीमा की तरफ हाक देते है।
उच्च अधिकारियों ने निर्माण स्थल की हकीकत देखी
शुक्रवार को कालपी नगर के मोहल्ला आलमपुर में स्थित गौशाला का नगर पालिका परिषद के अधिकारियों तथा सदर लेखपाल प्रमोद दुबे ने निरीक्षण किया। अधिशासी अधिकारी सुशील कुमार दोहरे ने बताया कि पालिका प्रशासन के द्वारा गौशाला को गौ आश्रय स्थल में परिवर्तित किया जायेगा।
शुक्रवार को सी.डी.ओ. ए.वी सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रमिल कुमार सिंह, उपजिलाधिकारी सुनील कुमार शुक्ला ने सुरौली तथा कदौरा के गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण कर काम को जल्द निपटाने के निर्देश दिये।
सवा करोड़ में गौ सदन का विस्तार कार्य
करीब 100 वर्ष पुरानी इमिलिया गौ सदन के विस्तार के लिए सवा सौ करोड़ की धनराशि शासन ने आवंटित की है। विस्तार के लिए लखनऊ की कार्यदायी संस्था निर्माण कार्य चला रही है। उपजिलाधिकारी सुनील कुमार शुक्ला कई बार निर्माण कार्य का निरीक्षण कर चुके हैं।






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