रामपुरा-उरई। जनपद का विद्युत महकमा मुख्यमंत्री के इकबाल को मुंह चिढ़ाने में लगा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सूखे से प्रभावित बुंदेलखंड में कम से कम 20 घंटे विद्युत आपूर्ति का निर्देश दे रहे हैं लेकिन उनका मखौल उड़ाने पर उतारू बिजली विभाग कुछ घंटे भी सही आपूर्ति न होने देने की कसम ठाने बैठा है। शायद सबसे ज्यादा खराब स्थिति रामपुरा कस्बे की है। गत् 24 घंटे से तो इस कस्बे में बिजली की आपूर्ति लगभग पूरी तहर ठप्प है। आज शाम कुछ देर के लिए बिजली आई भी थी तो तत्काल ट्रिप हो गई।
जिला प्रशासन ने बिजली विभाग की जनपद मुख्यालय पर 22 घंटे की आपूर्ति की रिपोर्ट को अविकल शासन के लिए प्रेषित कर जो फजीहत कराई उससे पता चलता है कि बिजली विभाग कितना निरंकुश हो चुका है। पिछले कुछ हफ्तों से बिजली विभाग ने मनमानी की इंतहा कर दी है। उसकी बेलगाम कार्यशैली के नमूने के रूप में सारे जिले में विद्युत आपूर्ति बुरी तरह लड़खड़ा जाने का नजारा देखा जा सकता है। रामपुरा कस्बे में तो इंतहा ही हो गई है। कल शाम को कस्बे में विद्युत आपूर्ति ठप्प हो गई थी जिससे रात भर लोग सो नही पाये। सबेरे पेयजल आपूर्ति भी न हो पाने से लोग बुरी तरह बेहाल रहे। लोगों ने व्यवधान का कारण जानने के लिए एक्सीयन से लेकर जेई तक को फोन किये। लेकिन किसी ने फोन नही उठाया। आज शाम को बिजली आई भी थी तो कुछ मिनटों की मृग मरीचिका दिखाने के बाद फिर विलुप्त हो गई। जिले में बिजली विभाग में बिजली नाम की रह गई है लेकिन वास्तविकता यह है कि यहां करंट तो कभी का चल बसा है। लोग परेशान है कि मई, जून की गर्मी बिजली विभाग की दुष्टता की वजह से कितनी अझेल होगी। लेकिन जिम्मेदारों को लोगों की इस व्याकुलता से कोई लेना-देना नही है।






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