उरई। चुनाव आयोग द्वारा जिले में तैनात किए गए नए पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने सोमवार को विधिवत रूप से जिले के पुलिस अधीक्षक पद का कार्यभार संभाल लिया। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से पहली वार्ता में कहा कि अपराधियों पर अंकुश लगाकर जेल भेजना और अवैध कारोबारों को बंद कराने के साथ ही शांतिपूर्ण मतदान उनकी पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही हर पीड़ित को समय से थाने में ही न्याय मिल सके और उन्हें दर-दर न भटकना पड़े इसके लिए भी प्रयास किए जाएंगे। गौरतलब है कि बीते दिनों चुनाव आयोग ने जिले के एसपी डा. राकेश कुमार को हटाकर उनकी जगह पर तेजतर्रार आईपीएस स्पप्निल ममगाई को जालौन का नया एसपी बनाया था। वर्ष 2011 बैच के आईपीएस स्वप्निल ममगाई ने मेरठ में टेनिंग ली है। इसके बाद वह सीबीसीआईडी लखनऊ में रहे। इसके बाद पीएसी मुराबाद में भी तैनात रहे। यहां के बाद झांसी के टहरौली, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर में सीओ के पद पर काम किया। डेढ़ वर्ष तक अभियोजन मेरठ में भी तैनात रहे। इसके बाद वह बलरामपुर जिले के पुलिस अधीक्षक बनाए गए। पर यहां पर वह एक माह तक ही रह पाए तब उनके स्थानांतरण में सपा के एक प्रभावशाली मंत्री का हाथ रहा था। बलरामपुर के बाद उन्हें अमेठी का एसपी बनाया गया पर चार्ज संभालने से पहले ही उनका फिर से स्थानांतरण हो गया। उनकी निष्पक्ष छवि व कार्यशैली को देखते हुए अब चुनाव आयोग ने उन्हें जनपद जालौन के पुलिस अधीक्षक पद की जिम्मेदारी सौंपी है। सोमवार को एसपी स्वप्निल ममगाई ने चार्ज संभालते हुए पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। इसके साथ ही अपराधियों पर अंकुश लगाना व अवैध कारोबार बंद कराना भी प्राथमिकता में शामिल है। फरियादियों में थाने में ही न्याय मिलेगा और उन्हें दर-दर भटकने की जरूरत नहीं होगी।






Leave a comment