- March 10, 2024
छह वर्षों से कायम अनाज बैंक ने कायम किया परोपकार का कीर्तिमान
उरई | सामाजिक सेवा भाव क्षेत्र में यह उपलब्धिपरक है कि पिछले छह सालों से अधिक समय से अनाज बैंक पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ काम लगातार कार्य कर रहा है. उसके अनाज वितरण के साथ-साथ अन्य सेवाकार्यों से सीखने की आवश्यकता है. इसमें भी प्रेरणास्पद बात है कि अनाज बैंक द्वारा समाज के हाशिये पर खड़ी महिलाओं को अपने परिवार की भांति स्नेह, सम्मान प्रदान करता है. उक्त विचार मार्च माह के अनाज वितरण कार्यक्रम में गोविन्द स्वीट हाउस के संचालक गोविन्द पोरवाल ने व्यक्त किये. बुन्देलखण्ड के प्रथम अनाज बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में होली के पावन अवसर पर अनाज सहित अन्य खाद्य सामग्री का वितरण किया गया. गोविन्द पोरवाल ने आगे कहा कि उनका अनाज बैंक से जुड़ना अत्यंत संतुष्टि प्रदान करता है. गरीब महिलाओं को पूरे सम्मान के साथ जीने की राह की ओर ले जाने का कार्य भी अनाज बैंक द्वारा किया जा रहा है, यह साधुवाद की बात है.
अनाज बैंक निदेशक डॉ. अमिता सिंह ने कहा कि उनके लिए कोई भी गरीब, निराश्रित महिला अकेली नहीं है. अनाज बैंक उसका परिवार है. समाज में ऐसी किसी भी महिला के लिए अनाज बैंक चौबीस घंटे तत्पर है जो कमजोर है, असहाय है. अनक बैंक सिर्फ खाद्य समस्या की ही पूर्ति नहीं करता है बल्कि ऐसी महिलाओं को प्रत्येक स्तर पर सहायता प्रदान करता है. उन्होंने अनाज बैंक के लिए लगातार सहयोग करने वाले गोविन्द पोरवाल, शिवेश सिंह सेंगर, विजय सिंह सेंगर का उदाहरण देते हुए कहा कि समाज के जागरूक और सक्षम नागरिकों को अनाज बैंक से जुड़ कर उसके कार्यों का अवलोकन करना चाहिए. इससे अनाज बैंक टीम के अन्य सदस्यों को भी प्रोत्साहन मिलता है तथा बैंक से जुडी महिलाओं में पारिवारिकता का बोध होता है.
इस अवसर पर डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर, पौरवी सिंह राणावत आदि सहित मीना, माया, प्रेमवती, रजनी, सुनीता आदि सहित अनेक महिलाएँ उपस्थित रहीं.